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13 अक्तूबर 2009

नए सीजन में मिलों से 20प्रतिशत लेवी चीनी लेगी सरकार

चीनी की ऊंची कीमतों से परेशान केंद्र सरकार ने लेवी कोटे की मात्रा को बढ़ाकर दोगुना कर दिया है। सोमवार को जारी किए गए आदेश के तहत पहली अक्टूबर से शुरू हो चुके गन्ना पेराई सीजन में चीनी मिलों को लेवी में 20 प्रतिशत चीनी देनी होगी। जिससे उपभोक्ताओं को राशन पर रियायती चीनी मुहैया कराई जा सके।पिछले माह उच्च अधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह ने जन वितरण प्रणाली यानी पीडीएस के तहत सप्लाई के लिए मिलों से एक अक्टूबर से 20 प्रतिशत लेवी चीनी लेने का फैसला किया था। नई पेराई सीजन वर्ष 2009-10 (अक्टूबर से नवंबर) में प्रत्येक चीनी मिल को 20 फीसदी चीनी लेवी में देनी होगी। हालांकि ये शर्त आयातित चीनी पर लागू नहीं होगी। अभी तक मिलों को लेवी के रूप में 10 प्रतिशत चीनी देनी पड़ती थी। सरकार ने चीनी मिलों से लेवी के रूप में ली जाने वाली चीनी के मूल्यों में कोई बदलाव नहीं किया है। इसे 1,322 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर ही रखा गया हैं। वहीं केंद्र सरकार जन वितरण प्रणाली के तहत 13।50 प्रति किलो के हिसाब से राशन कार्ड धारकों को उपलब्ध कराएगी। त्योहारी सीजन को देखते हुए अक्टूबर में सरकार जन वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को दो किलो अतिरिक्त चीनी उपलब्ध जाएगी।नए पेराई सीजन में गन्ने की कमी के कारण चीनी का उत्पादन 150-160 लाख टन ही होने की संभावना है। जबकि देश में चीनी की सालाना खपत 220-230 लाख टन की है। ऐसे में घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सरकार को नए सीजन में करीब 50 लाख टन चीनी का आयात करना पड़ेगा। वर्ष 2008-09 में भी करीब 50 लाख टन रॉ शुगर (गैर-रिफाइंड चीनी) का आयात हुआ है।दिल्ली थोक बाजार में इस समय चीनी के भाव 2980- 3000 रुपये और एक्स-फैक्ट्री भाव 2800-2820 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। फुटकर बाजार में चीनी के दाम 32-35 रुपये प्रति किलो से ऊपर ही बने हुए हैं। (बिज़नस भास्कर)

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