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13 अक्तूबर 2009

मॉनसून के असर से सीमेंट की बिक्री 11 माह के निम्न स्तर पर

मुंबई October 12, 2009
सितंबर में घरेलू सीमेंट उद्योग की लदान दर पिछले 11 महीनों के निम्नतम स्तर पर पहुंच गई।
हालांकि उद्योग ने दो अंकों की वृध्दि दर बरकरार रखी, लेकिन यह चालू वर्ष की वृध्दि दर के औसत से काफी नीचे रहा। सितंबर माह में वृध्दि दर 6 प्रतिशत से भी नीचे आ गई।
सीमेंट की लदान दर में आई कमी की प्रमुख वजहों में सीमेंट के उपभोग वाले इलाकों में मॉनसून की स्थिति, त्योहारी मौसम और तुलनात्मक रूप से उच्च बेस इफेक्ट माना जा रहा है। पिछले साल की समान अवधि के दौरान सीमेंट की लदान दर ज्यादा थी जिसमें उसके पहले साल की तुलना में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
माह के आधार पर देखें तो अगस्त महीने में जहां लदान दर में 17 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई थी, वह सितंबर में सिमटकर 6 प्रतिशत से भी कम रह गई। उदाहरण के लिए बिड़ला की फर्में ग्रासिम और अल्ट्राटेक में अगस्त में वृध्दि दर 32.15 प्रतिशत थी, जबकि सितंबर में 15.8 प्रतिशत रही।
इसी तरह से जयप्रकाश एसोसिएट्स और श्री सीमेंट की लदान दर क्रमश: पिछले माह के 42.64 प्रतिशत से गिरकर 12.74 प्रतिशत और 29.76 प्रतिशत से 13.81 प्रतिशत रह गई। देश की प्रमुख सीमेंट निर्माता कंपनी एसीसी नकारात्मक क्षेत्र में चली गई और उसकी लदान दर में पिछले माह की तुलना में 2.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वहीं सहयोगी कंपनी अंबुजा सीमेंट की लदान दर में भी मामूली गिरावट आई।
सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि मोहन बांगुर ने कहा कि दो अंकों की वृध्दि दर लंबे समय तक बरकरार रख पाना संभव नहीं होता। उन्होंने कहा, 'सितंबर में त्योहारों की वजह से सीमेंट की मांग पर असर पड़ा है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि अक्टूबर में भी लदान दर कम ही रहेगी।'
उद्योग जगत के विश्लेषकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्माण कार्यों पर रोक लगाने, बिहार, उड़ीसा, झारखंड और बंगाल में बारिश की वजह से मांग प्रभावित हुई। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक सहित दक्षिण भारत के राज्यों में भी मांग कम हुई है।
प्रभुदास लीलाधर के विश्लेषक कमलेश ने कहा कि सितंबर मे हमेशा लदान दर कम रहती है। इसी वजह से कें द्रीय भारत में कीमतें कम हुई हैं वहीं उत्तर भारत के बाजारों में कीमतें स्थिर रही हैं। अंबुजा सीमेंट के विपणन प्रमुख अजय कपूर ने कहा, 'लदान दर में बढ़ोतरी कम हुई है लेकिन सीमेंट की मांग में कमी नहीं आई है।
अगस्त में लदान दर में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि जितने सीमेंट की लदान अगस्त में हुई, उसकी खपत भी हो गई। अगस्त की सीमेंट बची रहने से भी मांग पर असर रहा।
वित्त वर्ष 2010 में लदान दर
माह लदान वृध्दि (%) 2008-09 2009-10अप्रैल 14।73 16.65 13.03मई 14.86 16.46 10.77जून 14.80 16.70 12.84जुलाई 14.51 15.95 9.92अगस्त 13.20 15.44 16.97सितंबर 13.92 14.71 5.68-सभी आंकड़े मिलियन टन में-स्रोत: सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (बीएस हिन्दी)

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