28 मई 2010
अहमदाबाद कमोडिटी एक्सचेंज को मिला तीन माह का समय
फॉरवर्ड मार्केट्स कमीशन (एफएमसी) ने कोटक समूह द्वारा प्रवर्तित अहमदाबाद कमोडिटी एक्सचेंज (एसीई) को नेशनल कमोडिटी एक्सचेंज की मान्यता के लिए शर्ते पूरी करने के वास्ते तीन माह का और समय दिया है। एसीई अभी रीजनल एक्सचेंज के रूप में काम कर रहा है। देश में अभी चार नेशनल कमोडिटी एक्सचेंज और 19 रीजनल कमोडिटी एक्सचेंज काम कर रहे हैं।एफएमसी ने पहले एसीई को एक साल का समय दिया था। 13 मई को समाप्त हुई इस अवधि में उसे नेशनल कमोडिटी एक्सचेंज की मान्यता के लिए सभी आवश्यक शर्ते और बुनियादी ढांचा तैयार करना था। कमोडिटी की डीमैट ट्रेडिंग के लिए बुनियादी ढांचा विकसित करने के अलावा 100 करोड़ रुपये नेटवर्थ होना आवश्यक है।एफएमसी के सदस्य राजीव अग्रवाल ने बताया कि कमीशन ने एसीई को तीन माह का समय और दिया है। इस तरह उसे अब 13 अगस्त तक सभी शर्ते पूरी करनी हैं। एसीई ने एफएमसी को नेशनल कमोडिटी एक्सचेंज की मान्यता देने के लिए आवेदन किया था।कमोडिटी की डीमैट ट्रेडिंग के अलावा कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना, वर्तमान रिंग आधारित आवाज लगाकर ट्रेडिंग करने के स्थान पर ऑनलाइन स्क्रीन आधारित ट्रेडिंग और देशभर में विभिन्न कमोडिटी की डिलीवरी के लिए केंद्र बनाना मुख्य शर्ते हैं। इस बीच एफएमसी ने एसीई को चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफीसर के रूप में दिलीप भाटिया को नियुक्त करने की अनुमति दे दी है। इस समय एसीई कैस्टर सीड में कारोबार करता है। मई के पहले पखवाड़े में इस एक्सचेंज में 30 टन कैस्टर सीड का कारोबार हुआ। (बिज़नस भास्कर)
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