राजकोट May 05, 2010
विभिन्न गिनर्स एसोसिएशनों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल टालने का फैसला किया है।
उन्हें अपनी समस्या के समाधान के लिए सरकार की ओर से सकारात्मक संकेत मिले हैं। एसोसिएशनों ने सरकार द्वारा कपास निर्यात के नए निर्यात सौदों को रोकने के फैसले के विरोध में 5 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया था।
सौराष्ट्र गिनर्स एसोसिएशन (एसजीए) के अध्यक्ष भरत वाला ने कहा- हमारे प्रनिधियों में से कुछ लोग सरकार से मिले थे, उन्हें सकारात्मक संकेत मिले हैं। इसके चलते हमने 5 मई से हड़ताल पर जाने का फैसला वापस ले लिया है। हम अब कुछ और समय तक सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार करेंगे और इस मसले पर अन्य एसोसिएशनों से बातचीत करेंगे।
सरकार ने निर्यात के लिए कच्चे कपास के नए रजिस्ट्रेशन स्थगित कर दिए थे, जिससे इस जिंस की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाई जा सके। इसके चलते एसजीए ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की थी।
देश की अन्य गिनर्स एसोसिएशन ने भी इस फैसले का समर्थन किया था। वाणिज्य मंत्रालय के साथ बैठक के बाद गिनर्स ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया, क्योंकि मंत्रालय ने इस सिलसिले में जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। (बीएस हिंदी)
05 मई 2010
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