05 मई 2010
सोने में किया गया निवेश तो करेंगे ऐश
कोलकाता : सोना इस साल की नई ऊंचाई छू चुका है। हालांकि इसमें तेजी की संभावना आगे भी बनी हुई है। कुछ यूरोपीय देशों की सॉवरेन रेटिंग घटाए जाने के बाद निवेशकों की सोने में दिलचस्पी बढ़ गई है। पिछले हफ्ते के अंत में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 1,182 डॉलर प्रति औंस था। जानकार इस साल इसके 1,200 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचने की संभावना जता रहे हैं। विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से घरेलू बाजार में सोने की कीमत शनिवार को 17,400 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। सोने की कीमतों में तेजी आने के कई कारण हैं। इनमें यूनान, पुर्तगाल और स्पेन की सॉवरेन रेटिंग को लेकर चिंता और डॉलर में आ रही कमजोरी जैसे कारण अहम हैं। इन वजहों से निवेशक अपने पैसे को सुरक्षित माध्यमों में लगाना चाहते हैं। माइक्रोसेक कॉमर्स लिमिटेड में कमोडिटी, करेंसी और इंटरेस्ट रेट फ्यूचर्स बाजार के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर शामिक बोस के मुताबिक, 'हमारा अंदाजा है कि इस साल के अंत तक सोने के भाव 1,600 डॉलर से ऊपर जा सकते हैं, लेकिन साल की पहली छमाही में सोना 940 से 1,250 डॉलर के बीच कारोबार करेगा।' अन्य विश्लेषक और ट्रेडर भी मान रहे हैं कि यूरोप में गहराता कर्ज संकट सोने की कीमत को इस साल दिसंबर तक 1,226।10 डॉलर के स्तर तक ले जाएगा। बोस के मुताबिक, 'सुरक्षित निवेश के ठिकाने के तौर पर सोने ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, जबकि दूसरे कई कारण इसके खिलाफ थे।' सोने में अप्रैल में ही करीब छह फीसदी की तेजी आई है। यह पिछले साल के नवंबर के बाद एक महीने में सबसे ज्यादा तेजी है। घरेलू बाजार में सोने की मांग में तेजी आ रही है। अक्षय तृतीया करीब है। यह हिंदुओं के लिए सोने की खरीद का बड़ा मौका माना जाता है। इस साल अक्षय तृतीया 16 मई को पड़ रही है, ऐसे में सोने की मांग और बढ़ने की उम्मीद है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, भारतीय सर्राफा बाजार में पिछले साल की कमजोर मांग के मुकाबले इस बार जबरदस्त मांग आ रही है। साथ ही चीन में भी गहनों की मांग में तेजी आ रही है, इससे सोने की कीमतों में साल की पहली तिमाही में मजबूती बनी रही। (ई टी हिंदी)
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