मुंबई May 07, 2010
चीन सरकार की ओर से मौद्रिक नीति में कड़ाई बरते जाने के बाद पिछले एक सप्ताह में भारत में धातु क्षेत्र के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है।
एक सप्ताह में बंबई स्टॉक एक्सचेंज का धातु सूचकांक 7 फीसदी गिरकर 16303 और सेंसेक्स 2.26 फीसदी गिरकर 16987 पर आ गया है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट से जुड़े विश्लेषक पंकज पांडे ने कहा, 'चीनी अर्थव्यवस्था काफी तेजी से बढ़ रही है जिसकी वजह से जिंस बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।'
रियल एस्टेट में बढ़ते दामों से चिंतित चीनी सरकार ने पिछले हफ्ते व्यक्तिगत रूप से लिए जाने वाले कर्ज पर लगाम लगाई है। इससे मकानों की मांग घटेगी और स्टील और एल्युमीनियम जैसी धातुओं पर भी असर पड़ेगा।
चीन ने पिछले सप्ताह नकद आरक्षित अनुपात में भी 50 आधार अंकों की कमी की है। इससे भविष्य में ब्याज दरों में बढ़ोतरी और सरकारी राहत पैकेज की वापसी के संकेत मिलते हैं।
देश की सबसे बड़ी तांबा उत्पादन कंपनी स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के शेयरों को पिछले एक सप्ताह में 9 फीसदी का नुकसान हुआ है और 739.9 रुपये पर आ गया है। वहीं हिंडाल्को का शेयर 8 फीसदी फिसलकर 164.2 रुपये पर आ गया ।
धातु सूचकांक 7 फीसदी गिरा
चीन द्वारा मौद्रिक नीति में कड़ाई बरतने के असर से बीएसई का धातु सूचकांक 7 फीसदी गिरकर 16303 पर पहुंचाचीनी अर्थव्यवस्था के असर से धातुओं में हो रहा है उतार-चढ़ाव (बीएस हिंदी)
07 मई 2010
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