17 मई 2010
अक्षय तृतीया पर और दमका सोना
आकर्षक नजारा महंगा होने के बावजूद लोगों ने जमकर की खरीदारी रविवार के दिन सराफा बाजार रहे खुले, बैंकों ने भी खोलीं अपनी शाखाएं चंडीगढ़ और पंजाब में बिक्री 40फीसदी बढ़ी गहनों की बिक्री वैल्यू के हिसाब से बढ़ गई, पर वाल्यूम में रही कम भोपाल में ऑटोमोबाइल के लिए बेहतर, पर ज्वेलरी में सामान्य रहा यह त्योहार जयपुर में इस मौके पर सोने का कारोबार इस साल रहा उम्मीद से कम महंगा होने के बावजूद सोने की दमक फीकी नहीं पड़ रही है। रविवार को अक्षय तृतीया के अवसर पर तो नजारा और भी आकर्षक रहा। लोगों ने स्वर्णाभूषणों और सिक्कों की जमकर खरीदारी की। चंडीगढ़ और पंजाब के ज्वेलर्स ने अपनी बिक्री में आम दिनों की तुलना में 30 से 40 फीसदी की जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की। वहीं, 24 कैरट खरा सोना बचने में बैंकांे का सिक्का खूब चला। रविवार को छुट्टी का दिन होने के बावजूद एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया और एचडीएफसी बैंक ने सोने के सिक्के बेचने के लिए अपनी कई शाखाएं खोलीं। अक्षय तृतीया के अवसर पर सोने के सिक्कों पर एक फीसदी की छूट देने वाले एसबीआई चंडीगढ़ सर्किल के मुख्य महाप्रबंधक एसके सहगल ने बताया कि सर्किल में उनके बैंक की 29 शाखाएं रविवार के दिन खोली गईं। वहीं, अमूमन रविवार को बंद रहने वाले चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के तमाम सराफा बाजार भी खुले रहे। अक्षय तृतीया के मौके को भुनाने में केवल तनिष्क, गीतांजली और नक्षत्र जैसे बड़े ज्वेलरी ब्रांड ही नहीं, बल्कि बिग बाजार जैसे रिटेल स्टोर भी आगे रहे। अक्षय तृतीया के दिन 22 कैरट हालमार्क स्वर्णाभूषणों पर प्रति ग्राम 100 रुपये की छूट देने वाले बिग बाजार जीरकपुर के बिक्री प्रमुख गुरपाल सिंह के मुताबिक आम दिनों की तुलना मंे उनके यहां सोने की बिक्री में तकरीबन 500 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। चंडीगढ़ स्थित न्यू जयपुरिया ज्वेलर्स के दीपक गुप्ता कहते हैं कि अक्सर धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीदारी को शुभ मानने वाले चंडीगढ़ और पंजाब के लोगों का रुझान पहली बार अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी की ओर बढ़ा है। उनके मुताबिक अक्षय तृतीया के दिन उनके यहां आम दिनों की तुलना मंे स्वर्णाभूषणांे की बिक्री 30 से 40 फीसदी बढ़ी है। उधर, बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके यहां 5 और 8 ग्राम के सिक्कों की जमकर बिक्री हुई। वहीं, 20 और 50 ग्राम के सिक्कों के लिए बहुत कम खरीदार आए। जहां तक देश की राजधानी का सवाल है, सोने का भाव ऊंचा होने के कारण अक्षय तृतीया पर गहनों की बिक्री वैल्यू के हिसाब से तो बढ़ गई, लेकिन वाल्यूम के हिसाब से कम रही। पिछले साल अक्षय तृतीया पर सोने का भाव 14,700 रुपये प्रति दस ग्राम था, जबकि इस बार भाव 18,300 रुपये प्रति दस ग्राम है। इसलिए ग्राहकों ने कम वजन वाले गहनों की ज्यादा खरीदारी की। दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष वी के गोयल ने बताया कि सोने का भाव पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले तकरीबन 3,600 रुपये प्रति दस ग्राम ज्यादा होने का असर गहनों की बिक्री पर देखा गया।इसलिए सोने के गहनों की बिक्री अक्षय तृतीया के अवसर पर वैल्यू के हिसाब से ज्यादा हुई है, लेकिन अगर मात्रा यानी वाल्यूम में देखें तो पिछले साल से कम रही है। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरशन (जीजेएफ) के चैयरमैन विनोद हायाग्रीव ने बताया कि अक्षय तृतीया पर सोने के गहनों की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले करीब 30-35 फीसदी की खासी बढ़ोतरी हुई है। सोने में तेजी के रुख के कारण ग्राहक कम वजन के गहनों की खरीद ज्यादा कर रहे हैं, इसलिए ज्वेलर्स भी आकर्षक मॉडलों में कम वजह के गहने ज्यादा बना रहे हैं। गीतांजलि समूह की जनरल मैनेजर (मार्केटिंग) शारदा उनियाल ने बताया कि अक्षय तृतीया पर हमने अपने ग्राहकों के लिए के लिए सोने के सिक्कों की नई रेंज स्वर्ण मुद्रिका के नाम से बाजार में उतारी थी। इससे हमारी बिक्री बढ़ी है। हमने डायमंड के आधे से दो कैरट के वजन वाले नक्षत्र डायमंड को गुडलक के नाम से पहली बार बाजार में उतारा। ग्राहकों ने इसकी भी जमकर खरीदारी की है। हालांकि, वास्तविक आंकड़े एक-दो दिन बाद ही मिल पाएंगे। तनिष्क के उपाध्यक्ष संदीप कुलहल्ली ने बताया, अक्षय तृतीया पर गहनों की खरीद में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है। अक्षय तृतीया समृद्धि और उज्जावल भविष्य का त्यौहार है। इस अवसर पर हमने अपने ग्राहकों के लिए गहनों की बनवायी पर 25 फीसदी तक की छूट दे रखी थी जिससे सोने की ऊंची कीमतों से उन्हें थोड़ी राहत मिली। अगर बात भोपाल की करें तो खरीदारी के लिहाज से शुभ मानी जाने वाली अक्षय तृतीया जहां ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए बेहतर रही, वहीं सोने में ग्राहकी सामान्य रही। ऑटोबाइल सेक्टर में वाहनों की आपूर्ति करना शोरूम संचालकों के लिए भारी पड़ गया जिसके चलते भोपाल में कई मॉडलों की बुकिंग करनी पड़ी। टाटा मोटर्स की अधिकृत डीलर मेकमोहन मोटर्स के एमडी प्रगति अग्रवाल ने कहा कि रविवार को हमने 40 मॉडलों की बिक्री की। कुछ मॉडल स्टॉक में न होने के कारण हमें बुकिंग करनी पड़ी। वहीं, मारुति के डीलर माय कार के संचालक सौरभ गर्ग ने कहा, अक्षय तृतीया के लिए पहले से ही काफी बुकिंग थी। हमने भोपाल में 75 गाड़ियों और इंदौर के शोरूम पर 55 गाड़ियों की बिक्री की। हीरो होंडा के डीलर वरण्यम मोटर्स के संचालक विशाल जोहरी ने कहा कि अक्षय तृतीया के लिए बुकिंग पहले से थी। रविवार की शाम सात बजे तक हम 85 गाड़ियों की बिक्री कर पाए हैं। सांघी बजाज के प्रबंधक भूपेंद्र गुर्जर ने कहा कि हमने 150 वाहनों की बिक्री की। पल्सर ब्रांड न होने के कारण करीब 30 गाड़ियों की बुकिंग करनी पड़ी। वहीं, अग्रवाल ज्वेलर्स के संचालक जय मोहन अग्रवाल ने कहा कि ज्वेलरी मार्केट ग्राहकी के हिसाब से सामान्य रही। ज्यादातर बिक्री मंगलसूत्र और सोने की चेन की हुई। उधर, जयपुर में अक्षय तृतीया के अबूझ मुहूर्त के बावजूद इस साल सोने का कारोबार उम्मीद से कम रहा। वहीं, कारोबार कमजोर रहने की आशंका के मद्देनजर शहर में सर्राफा की लगभग 10 फीसदी दुकानें ही खुलीं। सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर गोयल ने बताया कि पहले ज्यादातर व्यवसायियों ने रविवार को अवकाश के मद्देनजर दुकान नहीं खोलने का मन बना लिया था। इस वजह से ज्यादातर सर्राफा कारोबारियों ने दुकानें बंद रखीं। सर्राफा व्यवसायी नंदकिशोर मेघराज ने बताया कि इस साल अक्षय तृतीया को कारोबार पिछले वर्ष की तुलना में कम रहा। एक अन्य व्यवसायी मुरारीलाल मौसूण ने बताया कि रविवार का दिन होने की वजह से भी कारोबार पर प्रतिकूल असर पड़ा, क्योंकि आमतौर पर रविवार को दुकानें बंद रहती हैं। इस भ्रम की वजह से लोग घरों से खरीदारी के लिए नहीं निकले। सर्राफा व्यवसायी मोनिका अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ वर्षो से अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का चलन बढ़ा है, लेकिन इस साल कारोबार उम्मीद से बहुत कम रहा है। उल्लेखनीय है कि जयपुर के सर्राफा व्यवसायियों ने अक्षय तृतीया पर सोने की बिक्री बढ़ाने के लिए कोई स्कीम भी नहीं चलाई थी।(इनपुट : चंडीगढ़ से हरीश मानव, दिल्ली से आर।एस.राणा, भोपाल से धर्मेन्द्र ¨सह भदौरिया और जयपुर से प्रमोद कुमार शर्मा) (बिज़नस भास्कर)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें