नई दिल्ली May 10, 2010
परिष्कृत चीनी के आयात पर शुल्क लगाने की खबर से चीनी की कीमतों में तेजी शुरू हो गई है।
गत चार-पांच दिनों में चीनी के दाम 200-250 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ चुके हैं। गर्मी बढ़ने से चीनी की मांग में भी बढ़ोतरी बताई जा रही है। हालांकि उम्मीद के मुताबिक तेजी के रुख के बावजूद चीनी के उठाव में कोई मजबूती नहीं आई है।
कारोबारियों के मुताबिक अप्रैल माह में चीनी में लगातार गिरावट का रुख रहा और चीनी नौ माह के दौरान 2900 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई। लेकिन अब फिर से चीनी में तेजी आने लगी है। पिछले चार-पांच दिनों के दौरान रोजाना 25-50 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी के साथ चीनी की थोक कीमत 3100-3150 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गई है।
चीनी के थोक कारोबारियों के मुताबिक गर्मी अब पूर्ण रूप से आ चुकी है, इसलिए चीनी की मांग में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा परिष्कृत चीनी के आयात पर 60 फीसदी तक शुल्क लगने की चर्चा से भी बाजार में तेजी दर्ज की गई है। फिलहाल इसका आयात शुल्क मुक्त है।
आयातित परिष्कृत चीनी के दाम बाजार तक पहुंचने 2900-3000 रुपये प्रति क्विंटल बताए जा रहे हैं। ऐसे में मांग निकलने पर भी चीनी की कीमत में बढ़ोतरी की कोई उम्मीद नहीं थी। चीनी मिलर्स परिष्कृत चीनी के शुल्क मुक्त आयात का लगातार विरोध कर रहे हैं।
कारोबारियों ने बताया कि पहले यह उम्मीद की जा रही थी कि चीनी के दाम बढ़ते ही इसके उठाव में बढ़ोतरी होगी, लेकिन बाजार में ऐसी स्थिति बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि चीनी के दाम में फिर से गिरावट की संभावना है। ऐसे में ऊंची कीमत पर चीनी खरीदने का जोखिम कोई भी व्यापारी नहीं लेना चाहता है।
चीनी पर आयात शुल्क लगने की उम्मीद से बढ़ रहे दाम
पिछले 4-5 दिनों में चीनी के दाम 200-250 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ेअप्रैल में लगातार गिरावट के चलते चीनी 9 माह के न्यूनतम स्तर-2900 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गई थीअब चीनी 3100-3150 रुपये प्रति क्विंटल परकारोबारी संभल कर खरीद रहे हैं चीनी (बीएस हिंदी)
10 मई 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें