नई दिल्ली October 13, 2009
दीपावली का मौका हो और सदर बाजार स्थित डिप्टीगंज स्टेनलेस स्टील बर्तन बाजार के कारोबारियों को बात करने का मौका मिल जाए तो इस बात का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस साल कारोबार फीका है।
इस बाजार में स्टील बर्तन की 250 से अधिक दुकानें हैं और यहां से पूरे् देश भर में बर्तन की आपूर्ति की जाती है। धनतेरस से दो-तीन दिन पहले तो यहां पैर रखने की जगह नहीं होती। लेकिन इस बार पिछले दो सालों के मुकाबले स्टील बर्तन की बिक्री में करीब 25 फीसदी की गिरावट है तो गत साल के मुकाबले 10-15 फीसदी की।
स्टील से जुड़े गिफ्ट आइटम की बिक्री में तो 50 फीसदी की कमी दर्ज की गयी है। डिप्टीगंज बाजार के स्टील बर्तन कारोबारियों के मुताबिक बिक्री में कमी की सबसे बड़ी वजह महंगाई है। हालांकि बर्तन की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले बामुश्किल 10-15 रुपये प्रति किलोग्राम का अंतर है। इस साल स्टील के बर्तन 150-200 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहे हैं।
दुकानदारों का कहना है कि खाद्य पदार्थों से लेकर अन्य चीजों के मूल्य में बेतहाशा बढ़ोतरी से उनके कारोबार पर फर्क पड़ा है। बर्तन के थोक कारोबारी सतपाल गुप्ता कहते हैं, 'इस साल स्टील में 100-150 रुपये के गिफ्ट आइटम बहुत कम है। इसलिए खासकर गिफ्ट आइटम का कारोबार आधा रह गया है। 50 गिफ्ट बांटने वाले लोग अब 20-25 गिफ्ट बांट रहे हैं।'
कारोबारियों ने बताया कि पहले नवरात्र के समय से ही इस बाजार में ग्राहकों की भीड़ लगने लगती थी। लेकिन इस साल तो दीवाली के मात्र 10 दिन पहले से कुछ रौनक आयी है। बर्तन निर्माताओं की हालत तो और बुरी है। वे कहते हैं कि पिछले आठ-नौ महीनों से निर्यात मांग में कोई बढ़ोतरी नहीं है। और घरेलू बाजार से पिछले साल के मुकाबले 10-15 फीसदी कम मांग है।
वैसे भी दिल्ली में वजीरपुर स्थित बर्तन निर्माताओं का 60-70 फीसदी कारोबार निर्यात मांग से चलता है। दिल्ली स्टेनलेस स्टील कटलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय मलिक कहते हैं, 'तीन-चार साल पहले तक थोक कारोबारी एडवांस ऑर्डर देते थे, लेकिन अब ऐसी कोई बात नहीं है।'
स्टील बर्तन की लागत में फिलहाल कोई बहुत बढ़ोतरी नहीं है। स्टील के बर्तन रोलिंग शीट से बनते हैं जिसकी कीमत बाजार में 80-90 रुपये प्रति किलो है। (बीएस हिन्दी)
14 अक्तूबर 2009
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