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02 अक्तूबर 2009

सितंबर तक कॉफी निर्यात 20फीसदी घटा

चालू वर्ष में सितंबर माह तक कॉफी निर्यात करीब 20 फीसदी घटकर 1।44 लाख टन रह गया है। मूल्य के लिहाज से निर्यात में 21 फीसदी की गिरावट आई है। इसकी वजह कॉफी वर्ष 2008-09 के दौरान इसका उत्पादन घटने से इसके भाव अधिक रहना है। कॉफी बोर्ड के आंकडा़ें के मुताबिक सितंबर में 1,554 करोड़ रुपये की 1.44 लाख टन कॉफी निर्यात की गई। पिछली समान अवधि में 1970 करोड़ रुपये की 1.81 लाख टन कॉफी का निर्यात हुआ था। इस दौरान 24,316 टन अरेबिका कॉफी, 78,733 टन रोबस्ता कॉफी और 41,655 टन इंस्टेंट कॉफी का निर्यात किया गया। वहीं, वित्त वर्ष 2009-10 की पहली छमाही 973 करोड़ रुपये की 91,231 टन कॉफी निर्यात हुई पिछली समान अवधि में 1255 करोड़ रुपये की 1.11 लाख टन कॉफी निर्यात हुई थी। सितंबर माह तक सबसे अधिक करीब 24 फीसदी 35,984 टन कॉफी इटली को निर्यात हुई। इसके बाद 16,355 टन रूसी संघ, 7,601 टन जर्मनी को और 6,838 टन कॉफी बेल्जियम को निर्यात हुई। भारतीय कॉफी बोर्ड के अनुसार निर्यात में गिरावट की प्रमुख वजह उत्पादन में कमी आना है। दरअसल उत्पादन घटने के कारण कॉफी के दाम काफी बढ़ गए थे। लिहाजा भारतीय कॉफी महंगी होने के कारण प्रमुख आयातक देशों ने इसका निर्यात कम किया। दरअसल भारतीय कॉफी के दाम अधिक होने के कारण इन देशों ने एशिया के बड़े निर्यातक देश वियतनाम और इंडोनेशिया से निर्यात को तरजीह दी थी। साथ ही आर्थिक संकट के कारण भी इसके निर्यात में गिरावट को बल मिला है। इस वजह से वजह से भारतीय कॉफी के प्रमुख आयातक देश इटली, जर्मनी, सोवियत संघ, बेल्जियम और स्पेन आदि देशों से मांग कम निकल रही है। वहीं मौसम अनुकूल न रहने के कारण सीजन 2008-09 के दौरान कॉफी उत्पादन में गिरावट आई है। इस सीजन में 2.62 लाख टन कॉफी पैदा हुई, जबकि पिछले सीजन में 2.92 लाख टन कॉफी पैदा हुई थी।उधर, चालू माह से शुरू हो रहे कॉफी वर्ष के दौरान इसके उत्पादन में इजाफा होने का अनुमान है। इस सीजन में कॉफी उत्पादन तीन लाख टन तक पहुंचने की संभावना है। ऐसे में इसके निर्यात में भी इजाफा होने की संभावना है। (बुसिएंस भास्कर)

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