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07 अक्तूबर 2009

24 प्रतिशत घटेगा मूंगफली उत्पादन

अहमदाबाद October 05, 2009
असमान बारिश के कारण बुआई के क्षेत्रफल में कमी आ जाने से भारत में मूंगफली के उत्पादन में 2009-10 के दौरान 24 प्रतिशत गिरावट के अनुमान हैं। आंध्र प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु में मूंगफली की बुआई के क्षेत्रफल में कमी आई है।
जीजी पटेल ऐंड निखिल रिसर्च कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर गोविंदभाई पटेल ने हाल ही में सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन की बैठक के दौरान पेश की गई एक रिपोर्ट में कहा कि असमान बारिश और बुआई के क्षेत्रफल में कमी के चलते उत्पादन 24 प्रतिशत गिरकर 2009-10 में 32 लाख टन हो सकता है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 42 लाख टन उत्पादन हुआ था।
मूंगफली की खेती पर बारिश का बहुत ज्यादा प्रभाव होता है। बहरहाल, कर्नाटक ही एकमात्र राज्य है, जहां मूंगफली का उत्पादन बढ़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक मूंगफली की बुआई का क्षेत्रफल 17 प्रतिशत या 9 लाख हेक्टेयर घटा है। 2009-10 में कुल 44 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में मूंगफली की बुआई हुई है, वहीं पिछले साल 53 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी।
आंध्र प्रदेश में मूंगफली की बुआई के क्षेत्रफल में सबसे ज्यादा कमी आई है, जो 2008-09 के 14.55 लाख हेक्टेयर से घटकर इस समय 7.5 लाख हेक्टेयर रह गया है। इस हिसाब से आंध्र प्रदेश में बुआई के क्षेत्रफल में 33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
आंध्र प्रदेश की तरह ही तमिलनाडु और गुजरात में भी बुआई के क्षेत्रफल में कमी आई है, जहां मूंगफली के क्षेत्रफल में क्रमश: 28 प्रतिशत और 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। असमान बारिश और मूंगफली के क्षेत्रफल में आई गिरावट की वजह से गुजरात में उत्पादन 34 प्रतिशत घटकर 12.5 लाख टन रह सकता है, जबकि पिछले साल 19 लाख टन मूंगफली का उत्पादन हुआ था।
आंध्र प्रदेश में उत्पादन गिरकर 4.8 लाख टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल राज्य में 7.5 लाख टन उत्पादन हुआ था। रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्नाटक में मूंगफली के उत्पादन में 50,000 टन की बढ़ोतरी हो सकती है।
खरीफ के दौरान गुजरात में कुल खेती के एक तिहाई क्षेत्रफल में मूंगफली की खेती होती है। देश के कुल उत्पादन में गुजरात का योगदान करीब 40 प्रतिशत है। सौराष्ट्र कच्छ क्षेत्र में दीर्घावधि औसत बुआई की तुलना में मूंगफली के क्षेत्रफल में 28।7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन मॉनसून की असमान स्थिति की वजह से उत्पादकता पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। (बीएस हिन्दी)

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