21 अप्रैल 2009
चीन की मांग बढ़ने से मक्का में तेजी का रुख
चीन में मक्का का आयात बढ़ने की संभावना से भारतीय बाजार में तेजी का रुख बन गया है। मंडियों में पिछले एक सप्ताह से मक्के के भाव में तेजी का रुख बना हुआ है। इससे कई राज्यों में मक्का के भाव 840 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ऊपर चले गए हैं। यूएस ग्रेन कांउसिल के भारत में प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि मक्के का औसत भाव इस सप्ताह में करीब एक फीसदी बढ़ गए। इससे कई राज्यों में मक्का के एमएसपी से ऊपर निकल गए। चीन के घरेलू बाजारों में वैश्विक बाजार की तुलना में मक्के का भाव बढ़ने से वहां आयात ज्यादा होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इस तेजी के बावजूद कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और बिहार के कई मंडियों में मक्के की कीमतें एमएसपी से नीचे हैं। वहीं गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे खपत वाले इलाकों में मक्के का भाव एमएसपी से ऊपर हैं। मौजूदा समय में यहां मक्का का औसत भाव पिछले साल कीसमान अवधि के मुकाबले करीब 14.1 फीसदी ज्यादा है। पिछले एक सप्ताह के दौरान मक्का वायदा और हाजिर में करीब 0.7 से 2.3 फीसदी बढ़ चुका है। एनसीडीईएक्स में मई मक्का वायदा करीब 1.61 फीसदी की तेजी के साथ 8830 रुपये प्रति टन पर कारोबार करता देखा गया। वहीं निजामाबाद में यह 2.1 फीसदी की तेजी के साथ 8344 प्रति टन पर कारोबार किया। देवांगीर में यह करीब एक फीसदी की बढ़त के साथ 8,239 रुपये प्रति टन पर कारोबार किया। हालांकि इस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्के की कीमतों में गिरावट देखी गई है।शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड ((सीबॉट) में यह हप्ते भर के दौरान करीब 3 से 3.5 फीसदी की गिर गया। इस दौरान घरलू बाजारों में मक्के की तरह बाजरा और जौ की कीमतों में भी तेजी का रुख देखा गया। जौ एक फीसदी की बढ़त के साथ 8055 रुपये प्रति टन पर कारोबार किया। हालांकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले अभी भी यह करीब 13.8 फीसदी सस्ता है। बाजरा करीब 2.8 फीसदी की बढ़त के साथ 9,100 रुपये टन के भाव रहा। (Business Bhaskar)
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