नई दिल्ली April 30, 2009
भारत स्वाइन फ्लू से फिलहाल कोसों दूर है, लेकिन सोयाबीन के कारोबार पर इसका असर पड़ना शुरू हो गया है।
इसकी वजह से ही पिछले तीन दिनों से सोया केक का निर्यात ठप पड़ा है। इस हड़कंप के बाद से सोयाबीन के भाव में 150 रुपये प्रति क्विंटल तक की गिरावट आ चुकी है। सोया केक का इस्तेमाल जानवरों को खिलाने के लिए किया जाता है।
निर्यात होने वाले सोया केक के भाव में पिछले तीन दिनों के दौरान प्रति टन 15 डॉलर की कमी आ चुकी है। अचानक उपजे इस संकट से निर्यातक बाजार सुधरने का इंतजार कर रहे हैं।
सोया केक के निर्यातकों के मुताबिक स्वाइन फ्लू के कारण पिछले तीन दिनों में 495 डॉलर प्रति टन की दर से निर्यात होने वाले सोया केक की कीमतों में 3-5 फीसदी की गिरावट आ चुकी है और यह 480-475 डॉलर प्रति टन हो गई है।
अगले दो-चार दिनों तक स्वाइन फ्लू के जारी रहने पर सोया केक की कीमतों में 7 फीसदी तक की गिरावट की आशंका जताई जा रही है। सोया केक के निर्यातक पी रुइया ने बिजनेस स्टैंडर्ड को मुंबई से फोन पर बताया, 'सोया केक के निर्यात बाजार पर मुख्य रूप से मनोवैज्ञानिक असर देखने को मिल रहा है।
स्वाइन फ्लू की खबर का मनोवैज्ञानिक असर पड़ा है। फिलहाल हम बाजार का रुख देखकर कर ही आगे की रणनीति तय करेंगे। घरेलू बाजार में सोयाबीन की कीमत अधिक होने से कम कीमत पर हम निर्यात करने की स्थिति में नहीं है।'
सोया केक की मांग में कमी से सोयाबीन के भाव में भी 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। इंदौर मंडी में सोयाबीन की कीमत 2,550-2,600 रुपये प्रति क्विंटल चल रही है। तीन दिन पहले यही कीमत 2,700 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर थी।
निर्यातक हैरान
स्वाइन फ्लू की खबर से सोया केक का निर्यात प्रभावित मुख्य रूप से पूर्वी एशियाई देशों को निर्यात होता है सोया केकतीन दिन में 15 डॉलर प्रति टन की आ चुकी है गिरावट फिलहाल बाजार पर नजर रखे हुए हैं निर्यातक (BS Hindi)
30 अप्रैल 2009
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