मुंबई April 30, 2009
पिछले साल दुनिया भर के खदान से धातुओं के उत्पादन में 7 फीसदी की गिरावट के बावजूद इस साल दुनिया भर के बाजार में प्लेटिनम के भंडार में तिगुनी बढ़ोतरी हो चुकी है।
इस साल निवेशक बड़े उत्साह से महंगी धातुओं में निवेश करेंगे जिसमें यकीनन प्लेटिनम भी शामिल होगा। दुनिया की पहली महंगी धातुओं की कंसल्टेंसी, एफएमएस को उम्मीद है कि प्लेटिनम की कीमतें अनुकूल ही रहेंगी।
इस धातु का कारोबार इस साल 900-1,375 डॉलर प्रति औंस के दायरे में होगा और पैलेडियम की कीमत 170-325 डॉलर प्रति औंस के करीब है। जीएफएमएस सर्वे के मुताबिक प्लेटिनम का भंडार वर्ष 2008 में 260,000 औंस पहुंच चुका था। इसकी वजह यह है कि वाहनों के कम उत्पादन की वजह से भी ऑटोकैटालिस्ट फै ब्रिकेटर ने मांग कम कर दी है।
जीएफएमएस ने स्पष्ट रूप से कहा है, 'इस पूरे दशक में पहली बार पिछले साल ऑटोकैटालिस्ट एप्लीकेशंस के लिए प्लेटिनम की मांग में कमी आई।' इस साल के शुरुआती महीनों में ऑटोकैटालिस्ट फै ब्रिकेशन में भी ज्यादा कमी देखी गई।
प्लेटिनम के बड़े भंडार की वजह यह भी है कि प्लेटिनम के गहनों के निर्माण में भी 10 फीसदी तक की कमी आई। इसकी वजह यह भी कि पिछले साल की छमाही के दौरान इस धातु की कीमतें भी बहुत ज्यादा ही थीं।
पिछले साल वैश्विक स्तर पर खदान से प्लेटिनम के उत्पादन में कमी आई। वर्ष 2007 में कुशल लोगों की क्षमता की कमी और सुरक्षा प्रबंधन में बढ़ोतरी का असर भी उत्पादन पर पड़ा। पिछले साल ऊर्जा संकट का भी बोलबाला रहा।
इसके अलावा सबसे ज्यादा प्लेटिनम का उत्पादन करने वाले देश दक्षिण अफ्रीका की खानों में तो बाढ़ की स्थिति ही बन गई थी। इन सब वजहों से भी पुरानी प्लेटिनम के गहनों की भारी बिक्री हुई और कई लोगों ने बढ़ी हुई कीमत का फायदा उठाया। (BS Hindi)
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