25 अप्रैल 2009
पटरी पर लौटने लगा है सूरत का हीरा कारोबार
अहमदाबाद- हीरा उद्योग की कारोबारी रफ्तार फिर से पटरी पर लौटने लगी है। वैश्विक बाजार में पॉलिश किए गए हीरों की मांग में आई तेजी से 80,000 करोड़ रुपए के भारतीय हीरा उद्योग को काफी राहत मिल सकती है। दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती आने के कारण करीब 5,000 से अधिक इकाइयां बंद हो चुकी हैं। सूरत डायमंड एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सी पी वानानी ने बताया कि अमेरिका, यूरोप और एशिया के बाजारों में पॉलिश किए गए हीरों की मांग में 20 फीसदी इजाफा होने का अनुमान है, इसे देखते हुए हीरा उद्योग करीब 50,000 लोगों को रोजगार मुहैया कराएगा। गौरतलब है कि दुनिया भर के बाजारों में पॉलिश किए हीरों की मांग में गिरावट आने के बाद से डायमंड इंडस्ट्री से 40,000 लोगों की छंटनी की जा चुकी है। जानकारों का कहना है कि पिछले एक महीने के दौरान मांग में तेजी आने से सूरत और अहमदाबाद की डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग इकाइयों को काफी राहत मिली है। इससे इन इकाइयों का कारोबार बढ़ा है और करीब 300 इकाइयों ने अपना कामकाज फिर से शुरू कर दिया है। जानकारों का कहना है कि कारोबारी स्थिति में काफी सुधार आया है और करीब 40 कंपनियों ने कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी इजाफा करने का फैसला किया है। पिछले छह महीनों में इस कारोबार से जुड़ी सूरत स्थित कंपनियों ने जहां कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था, अब उतने ही आक्रामक तरीके से वे कर्मचारियों की भर्ती कर रही हैं। कर्मचारियों को खुश रखने के लिए यह कंपनियां अपने यहां बड़ी फर्मों की तरह ही दोपहर का भोजन मुहैया करा रही हैं। गीतांजलि जेम्स के सीएमडी मेहुल चौकसी ने बताया, 'वैश्विक स्तर पर रीटेल मांग में 5-7 फीसदी की गिरावट आई है। इसके अलावा हीरा उद्योग जमा माल की समस्या से भी जूझ रहा था। लेकिन अब जमा स्टॉक पूरी तरह से खत्म हो चुका है, इससे घरेलू और वैश्विक बाजार से नए ऑर्डर मिल रहे हैं। निश्चित रूप से यह कहा जा सकता है कि कारोबार फिर से पुराने ढर्रे की ओर लौटने लगा है।' जानकारों का भी कहना है कि मांग में सुधार का दौर शुरू हो चुका है। नीलेश हुंडेकारी ने बताया कि जमा स्टॉक ज्यादा होने की वजह से प्रोडक्शन पर इसका असर पड़ा था, लेकिन अब स्टॉक खत्म हो चुका है। इसके साथ ही गैर तराशे गए हीरों की मांग भी बढ़ी है। दुनिया भर के डायमंड प्रोसेसिंग कारोबार में सूरत की हिस्सेदारी करीब 80 फीसदी है। डायमंड इंडस्ट्री को अब अमेरिका, हांगकांग, जापान, चीन और यूरोपीय देशों ने नए ऑर्डर हासिल हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती राजनीतिक दलों के लिए चिंता का विषय था, क्योंकि हीरा कर्मचारियों और इनके परिवारों से 28 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। संकट के कारण पिछले छह महीनों में गुजरात में कम से कम 20 लोग आत्महत्या कर चुके हैं। (ET Hindi)
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