लखनऊ 04 23, 2009
लगातार घटती पैदावार के चलते आम का निर्यात प्रभावित हो रहा है। इस साल भी फल पट्टी क्षेत्र मलीहाबाद के आम की फसल पर गहरा असर पड़ा है।
बीते साल के मुकाबले आम की फसल में खासी कमी दिखाई दे रही है। जहां पिछले साल दशहरी आम का निर्यात 10 टन के करीब हो गया था वहीं इस साल इसका निर्यात मात्र 10 फीसदी भी न होने की उम्मीद है।
जानकारों का कहना है कि इस साल निर्यात खासा घटेगा। हर साल मलीहाबाद के फल पट्टी क्षेत्र में लगभग 2400 एकड़ जमीन पर आम की फसल होती है। इसका 10 फीसदी यानी 240 टन निर्यात होता है। इसमें 24 टन तो विदेश में जाता है। इस साल भी 20 टन आम बाहर जाने का अंदाजा था।
लेकिन फसल खराब होने और उपज में कमी की वजह से निर्यात इस साल कम रहेगा। फल पट्टी क्षेत्र के निर्यातक शिव शरण का कहना है कि निर्यात के आदेश तो हैं पर दाम ज्यादा है लिहाजा डिलीवरी नहीं कर पा रहे हैं।
उनका कहना है कि निर्यात तो तभी चमकेगा जब कम दाम में माल का उठाव होगा। अगर दाम ज्यादा है तो अभी यह पता नहीं है कि निर्यात की दर क्या होगी तो बढ़े दाम पर सौदा कैसे किया जा सकता है। दर तो तब तय होगी जब दाम बढ़ने की गारंटी होगी। (BS Hindi)
23 अप्रैल 2009
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