23 अप्रैल 2009
अर्जेटीना के साथ अमेरिका से भी सोया तेल आयात सौदे बढ़े
भारत में आयात शुल्क घटाए जाने के बाद से सोया तेल का आयात न सिर्फ पारंपरिक उत्पादक अर्जेटीना से हो रहा है बल्कि अपारंपरिक उत्पादक अमेरिका से भी हो रहा है। कारोबारी सूत्रों के मुताबिक हाल के दिनों में अर्जेटीना और अमेरिका से करीब 1.80 लाख टन सोया तेल के आयात सौदे हुए हैं। जिसका शिपमेंट अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है।इस दौरान पाम तेल के आयात में भी इजाफा दर्ज किया गया। सरकार द्वारा खाद्य तेलों के आयात पर दोबार डयूटी लगाए जाने की आशंका से आयातक ज्यादा सौदे कर रहे हैं। जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार खाद्य तेलों के आयात पर दोबारा डयूटी बढ़ा सकती है। कारोबारियों ने बताया कि सोया तेल में इस दौरान रोजाना आयात सौदे हो रहे हैं। वैश्विक बाजार में भारतीय कारोबारियों ने पिछले सप्ताह करीब बीस हजार टन सोया तेल के आयात सौदे किए। सूत्रों के मुताबिक ये सौदे करीब 830-840 डॉलर प्रति टन सीएंडएफ भाव पर हुए। इसका शिपमेंट मई तक होने की उम्मीद है। हाल के दिनों में भारतीय बंदरगाहों पर करीब 780 डॉलर प्रति टन सीएंडएफ भाव पर भी सोया तेल की आवक हुई है। मुख्य रूप से भारत में मांग बढ़ने से सोया तेल की कीमतों में तेजी आई है। मौजूदा समय में क्रूड पाम तेल का भाव भी 740-750 डॉलर प्रति टन है। जबकि पामोलीन तेल का सीएंडएफ भाव करीब 820-830 डॉलर प्रति टन है। कारोबारियों का मानना है कि चूंकि जून तक डयूटी बढ़ने की संभावना नहीं है।लिहाजा आने वाले सप्ताहों के दौरान सोया तेल समेत खाद्य तेलों के आयात सौदों में इजाफा हो सकता है। फिलहाल रिफाइंड तेल के आयात पर करीब 7.5 फीसदी का आयात शुल्क है जबकि क्रूड खाद्य तेलों का आयात पूरी तरह से शुल्क मुक्त है। (Business Bhaskar)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें