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18 अप्रैल 2009

आम लोगों के लिए तो महंगाई बढ़ी है

थोक मूल्य सूचकांक पर बने सरकारी आंकड़ों में भले ही महंगाई की दर घट कर शून्य के आसपास आ गई हो, लेकिन आम गृहिणी के खर्चे की कापी पर नजर डालें तो कुछ अलग ही कहानी दिखती है। सच्चाई यह है कि आम आदमी घरेलू बजट को संतुलित करने के चक्कर में कतर-ब्योंत करते-करते परेशान है, लेकिन खर्चे काबू में नहीं आ रहे हैं। पिछले दो महीने के दौरान फल, सब्जी, तेल, घी, मसाले समेत कई खाद्य वस्तुओं के दाम में 10 से 43 फीसदी तक की हुई बढ़ोतरी ने मुद्रास्फीति के आकंड़ों को संदेह के घेर में ला दिया है। दिल्ली के विभिन्न खुदरा बाजार में फरवरी और अप्रैल के भाव पर नजर डालें तो महंगाई की झलक मिल जाती है। फरवरी में चीनी 21 रुपये किलो मिल रही थी जो अभी 30 रुपये पर जा पहुंची है। यह 43 प्रतिशत की वृद्धि है। हरी सब्जी दस से 20 रुपये प्रति किलो थी जो इस समय 20 से 30 रुपये किलो पर पहुंच गई है। चुनावी मौसम में सब्जियों का नेता आलू भी चार रुपये किलो से 14 रुपये किलो तक पहुंच गया है। खाद्य तेल 65 से 85 रुपये किलो के बीच बिक रहे थे, इनमें पांच से सात रुपये की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इस दौरान सरसों तेल जरूर सस्ता हुआ है।चंडीगढ़ सब्जी मंडी में फलों व सब्जियों के व्यापारी एवं सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय कपूर का कहना है कि पिछले एक महीने में तमाम हरी सब्जियों के भाव तकरीबन दोगुने हो गये हैं। तीन रुपये किलो के भाव बिकने वाला आलू भी 8 रुपये हो गया है। 25 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिकने वाला मटर आज के दिन 50 रुपये किलो के भाव पर बना हुआ है। अस्सी रुपये किलो टिंडा तो जैसे ग्राहकों को मुंह चिढ़ा रहा है। दस रुपये किलो के भाव पर बिकने वाला टमाटर अब 20 रुपये पर जा पहुंचा है। फलों में सेब भी 40 रुपये से बढ़कर 60 रुपये किलो हो गया है। केला 25 रुपये दर्जन से बढ़कर 30-35 रुपये दर्जन पर बिक रहा है। संतरा भी 50 रुपये दर्जन से बढ़कर 70 रुपये दर्जन तक पहुंच गया है।इधर एक महीने में चीनी के चढ़े भाव ने भी कड़वाहट घोल दी है। चंडीगढ़, पंजाब व हरियाणा के बाजार में चीनी का खुदरा भाव 22 रुपये किलो से बढ़कर 29 रुपये पर पहुंच गया है। चंडीगढ़ के किराना व्यापारी सुनील कांसल का कहना है कि एक महीने पहले खाद्य तेल के भाव में कुछ गिरावट देखने को मिली थी, पर इनके खुदरा भाव फिर से पांच-सात रुपये लीटर बढ़ गये हैं। 55 रुपये लीटर के भाव पर बिकने वाला रिफाइंड 62 रुपये लीटर हो गया है। मूंग धुली दाल 48 रुपये किलो से बढ़कर 54 रुपये किलो हो गई है। बाकी दालों के भाव भी तकरीबन 10 फीसदी चढ़े हैं। चावल सरबती 35 से बढ़कर 40 और बासमती 55 से बढ़कर 65 रुपये किलो हो गया है। वेरका और दूसरे ब्रांड के देसी घी का भाव 180 रुपये प्रति 910 मिलीलीटर से बढ़कर 200-210 रुपये जा पहुंचा है। मसालों में एक महीने में तकरीबन दोगुनी वृद्धि हुई है। हल्दी साबुत 37 रुपये से बढ़कर 68 रुपये प्रति किलो हो गई है।भोपाल के व्यापारियों के मुताबिक पिछले एक माह के दौरान सर्वाधिक तेजी खाद्य तेलों में आई है। शुक्रवार को सरसों का तेल 55 रुपये प्रति किलो था जबकि एक माह पूर्व इसकी कीमत 46 रुपये थी। वहीं सोयाबीन तेल और मूंगफली तेल का भाव क्रमश: 50 व 66 रुपये प्रति किलो है जबकि एक माह पूर्व इसकी कीमत 45 व 60 रुपये थी। महीने भर में शक्कर की कीमत भी साढ़े चार से पांच रुपये किलो बढ़ गई है। दालों की कीमतों में दो से ढाई रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है। सर्वाधिक वृद्धि तुअर दाल में देखने को मिली। एक माह में इसके भाव साढ़े चार से पांच रुपये तक बढ़ गए हैं। चना, मूंग, मसूर, उड़द के दामों में दो से ढाई रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। (Business Bhaskar)

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