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05 अगस्त 2009

मुनाफावसूली की बिक्री से एलएमई में बेसमेटल्स गिरे

लंदन मेटल एक्सचेंज में कॉपर के भाव दस माह का उच्च स्तर छूने के बाद नीचे आ गया। दूसरी बेसमेटल्स में भी ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली की बिकवाली आने के कारण मंगलवार को गिरते नजर आए। हालांकि आगे अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना से धारणा मजबूती की रही।एलएमई में कॉपर तीन माह डिलीवरी के भाव मंगलवार को 5,985 डॉलर प्रति टन बोले जा रहे थे। सोमवार को यह 6,000 डॉलर प्रति टन के स्तर पर पहुंच गया था। सोमवार को दुनियाभर के कई देशों में निर्माण संबंधी उत्साहजनक आंकड़े आने के बाद बेसमेटल्स में तेजी आई थी। पिछले साल अक्टूबर में कॉपर ने 6,070 डॉलर प्रति टन का स्तर छुआ था। कमोडिटी फर्म सोसायटी जनरल के विश्लेषक डेविड विल्सन ने कहा कि निवेशक अगले साल की संभावनाओं की ओर देख रहे हैं। उन्हें अगले साल मेटल्स में तेजी से सुधार की उम्मीद है। यही कारण है कि अस्थाई गिरावट के बावजूद धारणा मजबूती की है।उधर एलएमई में अल्यूमीनियम के भाव 1940 डॉलर प्रति टन पर बोले जा रहे थे। सोमवार इसका भाव 1981 डॉलर प्रति टन तक चढ़ गया था। बाद में 1970 के स्तर पर सोमवार को अल्यूमीनियम का बंद भाव रहा था। अल्यूमीनियम का उपयोग ज्यादातर आटो सेक्टर में होता है। तैयार माल की कमी होने के कारण इसमें इस साल 25 फीसदी की तेजी आई। जिंक का भाव 1845 से घटकर 1840 डॉलर प्रति टन के स्तर पर रह गया। इसी तरह बैटरी में इस्तेमाल होने वाला लेड 1950 डॉलर से घटकर 1935 डॉलर प्रति टन पर रह गया। टिन के भाव 14950 डॉलर से घटकर 14733 डॉलर प्रति टन पर रह गया। लेकिन निकिल 18830 डॉलर से बढ़कर 19145 डॉलर प्रति टन हो गया। इसका भाव मंगलवार को एक बार 19200 डॉलर प्रति टन तक चढ़ गया था। (Business Bhaskar)

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