आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2014-15 (अक्टूबर से सितंबर) में 15 मार्च 2015 तक देषभर 221.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 28 लाख टन ज्यादा है।
इंडियन षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) के अनुसार ज्यादा गन्ना मिलों में पेराई होने के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर पिछले साल से ज्यादा आने के कारण चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़ा है। चीनी के दाम कम होने के कारण चीनी मिलों पर किसानों के बकाया का बोझ लगातार बढ़ रहा है जबकि पेराई सीजन समाप्ति की और है। इसलिए इस्मा ने केंद्र सरकार से मांग की है सरकार मिलों के लिए ओर राहत पैकेज की घोशणा करे तोकि किसानों को समय से भुगतान किया जा सके।
चालू पेराई सीजन 2014-15 में 15 मार्च 2015 तक 221.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 193.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में इस समय 476 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय केवल 409 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी।
सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराश्ट में चालू पेराई सीजन में 15 मार्च तक 84.07 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक 64.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में 15 मार्च तक 56.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 50.70 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 15 मार्च तक 38 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 34.5 लाख टन से ज्यादा है। आंध्रप्रदेष और तेलंगाना में 8.10 लाख टन और तमिलनाडु में 6.20 लाख टन, बिहार 5.20 लाख टन, हरियाणा 4 लाख टन, पंजाब 4.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।......आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2014-15 (अक्टूबर से सितंबर) में 15 मार्च 2015 तक देषभर 221.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 28 लाख टन ज्यादा है।
इंडियन षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) के अनुसार ज्यादा गन्ना मिलों में पेराई होने के साथ ही गन्ने में रिकवरी की दर पिछले साल से ज्यादा आने के कारण चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़ा है। चीनी के दाम कम होने के कारण चीनी मिलों पर किसानों के बकाया का बोझ लगातार बढ़ रहा है जबकि पेराई सीजन समाप्ति की और है। इसलिए इस्मा ने केंद्र सरकार से मांग की है सरकार मिलों के लिए ओर राहत पैकेज की घोशणा करे तोकि किसानों को समय से भुगतान किया जा सके।
चालू पेराई सीजन 2014-15 में 15 मार्च 2015 तक 221.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 193.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में इस समय 476 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय केवल 409 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी।
सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराश्ट में चालू पेराई सीजन में 15 मार्च तक 84.07 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक 64.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में 15 मार्च तक 56.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 50.70 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 15 मार्च तक 38 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 34.5 लाख टन से ज्यादा है। आंध्रप्रदेष और तेलंगाना में 8.10 लाख टन और तमिलनाडु में 6.20 लाख टन, बिहार 5.20 लाख टन, हरियाणा 4 लाख टन, पंजाब 4.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।......आर एस राणा
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