मध्य अप्रैल तक कीमतों में तेजी बनी रहने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। खराब मौसम के कारण बिहार में मक्का की नई फसल की आवक में देरी बनने की आषंका है जबकि मध्य प्रदेष और राजस्थान में मक्का की आवक कम हो गई है। इसलिए पिछले पंद्रह दिनों में मक्का की कीमतों में करीब 100 रूपये की तेजी आकर दिल्ली में भाव 1,560-1,565 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। वैसे भी चालू रबी में मक्का की पैदावार में कमी आने की संभावना है।
मक्का कारोबारियों के अनुसार राजस्थान और मध्य प्रदेष की उत्पादक मंडियों में मक्का की दैनिक आवक कम हो गई है जबकि बिहार में बारिष होने से नई फसल की आवक में देरी बनेगी। इसलिए मक्का की कीमतों में तेजी बनी हुई है। उत्पादक राज्यों की मंडियों में मक्का के भाव बढ़कर 1,400 से 1,450 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। राजस्थान और मध्य प्रदेष लाईन से मक्का के सौदे हरियाणा और पंजाब पहुंच भाव बढ़कर 1,600 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। मध्य अप्रैल तक मक्का की कीमतों में तेजी की ही संभावना है।
यू एस ग्रेन काउंसिल के भारत में प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बताया कि उत्पादक राज्यों में बढ़िया क्वालिटी की मक्का की उपलब्धता कम है जिससे कीमतों में तेजी आई है। हालांकि विष्व बाजार में इस समय अमेरिकी मक्का सस्ती है जिसकी वजह से भारत से निर्यात सौदे नहीं हो रहे हैं। विष्व बाजार में मक्का के दाम 178 से 193 डॉलर प्रति टन बने हुए हैं जबकि भारतीय मक्का के दाम 220 डॉलर प्रति हैं।
कृशि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में मक्का की पैदावार घटकर 65.1 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में 71.1 लाख टन की पैदावार हुई थी। मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में मक्का की बुवाई 13.37 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 15.53 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। बिहार में चालू रबी में 4.25 लाख हैक्टेयर में, आंध्रप्रदेष में 1.93 लाख हैक्टेयर में और महाराश्ट में 2.25 लाख हैक्टेयर में ही मक्का की बुवाई हुई है। जानकारों का मानना है कि चालू रबी में मक्का की पैदावार 50 से 55 लाख टन ही होने का अनुमान है।.....आर एस राणा
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