प्राकृतिक रबर की कमजोर मांग के कारण इस जिंस के प्रमुख वैश्विक बाजारों
में आज कीमतों का रुझान जनवरी के बाद सबसे कमजोर रहा। बैंकॉक में आरएसएस-3
ग्रेड की कीमत गिरकर 112 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई और एसएमआर-20 ग्रेड
के दामों में भी अहम गिरावट आई है। एसएमआर-ग्रेड की कीमत आज महज 86 रुपये
प्रति किलोग्राम रही, जिससे घरेलू बाजार में भी कीमतें लुढ़कने के आसार
हैं।
टोक्यो कमोडिटी एक्सचेंज (टोकोम) में भी मार्च से जून तक के अनुबंधों की कीमतों में गिरावट रही। हालांकि स्थानीय बाजार में कीमतें काफी ऊंची (आरएसएस ग्रेड की 137 रुपये प्रति किलोग्राम) हैं, लेकिन यहां इस जिंस का कोई खरीदार नहीं है। केरल में 7,000 से ज्यादा रबर डीलरों ने इस गहराते संकट के विरोध में आज पूरे दिन हड़ताल रखी। प्राकृतिक रबर की कीमतों में भारी गिरावट और कमजोर मांग से राज्य के पहाड़ी इलाकों की अर्थव्यवस्था बड़े संकट में फंस गई है। रबर बागान क्षेत्र की चिंताएं और बढ़ गई हैं, क्योंकि एसएमआर-20 की वैश्विक कीमतों में गिरावट से देश में आयात और बढ़ेगा। राज्य सरकार के हस्तक्षेप से टायर कंपनियों ने जनवरी में अच्छी मात्र में रबर की खरीद की थी। प्रमुख डीलरों के मुताबिक उन्होंने करीब 30,000 टन की खरीद की थी और इससे कीमत बढ़कर 140 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। पिछले एक महीने से कंपनियां बाजार से पूरी तरह बाहर हो गई हैं, जिससे स्थिति और विकराल होने की चिंताएं बढ़ गई हैं। (BS Hindi)
टोक्यो कमोडिटी एक्सचेंज (टोकोम) में भी मार्च से जून तक के अनुबंधों की कीमतों में गिरावट रही। हालांकि स्थानीय बाजार में कीमतें काफी ऊंची (आरएसएस ग्रेड की 137 रुपये प्रति किलोग्राम) हैं, लेकिन यहां इस जिंस का कोई खरीदार नहीं है। केरल में 7,000 से ज्यादा रबर डीलरों ने इस गहराते संकट के विरोध में आज पूरे दिन हड़ताल रखी। प्राकृतिक रबर की कीमतों में भारी गिरावट और कमजोर मांग से राज्य के पहाड़ी इलाकों की अर्थव्यवस्था बड़े संकट में फंस गई है। रबर बागान क्षेत्र की चिंताएं और बढ़ गई हैं, क्योंकि एसएमआर-20 की वैश्विक कीमतों में गिरावट से देश में आयात और बढ़ेगा। राज्य सरकार के हस्तक्षेप से टायर कंपनियों ने जनवरी में अच्छी मात्र में रबर की खरीद की थी। प्रमुख डीलरों के मुताबिक उन्होंने करीब 30,000 टन की खरीद की थी और इससे कीमत बढ़कर 140 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। पिछले एक महीने से कंपनियां बाजार से पूरी तरह बाहर हो गई हैं, जिससे स्थिति और विकराल होने की चिंताएं बढ़ गई हैं। (BS Hindi)
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