कॉफी बीन की कीमतों में पिछले कुछ सप्ताह के दौरान गिरावट से भारतीय कॉफी उत्पादक चिंतित हैं। वर्ष 2015-16
में ब्राजील में उम्मीद से बेहतर फसल रहने की खबरों से कॉफी की कीमतों में
गिरावट आई है। अरेबिका की कीमतें 30 फीसदी तक घट गई हैं।
इस समय अरेबिका बीन की कीमतें 125 सेंट प्रति पाउंड हैं, जो अक्टूबर 2014 में 180 सेंट प्रति पाउंड थीं। आईसीओ (अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन) के कंपोजिट सूचकांक पर 12 मार्च को पिछले करोबारी सत्र में कीमत 127.97 सेंट प्रति पाउंड रही, जो चालू महीने में सबसे कम कीमत है।
लंदन इंटरनैशनल फाइनैंशियल फ्यूचर्स ऐंड ऑप्शंस एक्सचेंज पर फंड और तकनीकी बिकवाली के चलते 12 मार्च को रोबस्टा कॉफी का वायदा गिरकर 13 महीने के निचले स्तर पर आ गया। कॉफी बोर्ड ने कहा कि लिफे का मई रोबस्टा कॉफी वायदा 52 डॉलर या 2.9 फीसदी गिरकर 1,768 डॉलर प्रति टन पर बंद हुआ, जो फरवरी 2014 के बाद सबसे निचला स्तर है।
कॉफी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, 'पिछले साल ब्राजील में लंबे समय तक सूखे से यह धारणा पैदा हुई कि वहां वर्ष 2015-16 में उत्पादन कम रहेगा। हालांकि जनवरी और फरवरी में वहां अच्छी बारिश से परिदृश्य बदल गया है और ब्राजील में उम्मीद से बेहतर उत्पादन रहने की संभावना है। इससे हर जगह कीमतों में गिरावट आई हैं।'
ब्राजील में मौसम की स्थितियों में सुधार आने से बिकवाली का दबाव बढ़ा है। देश के कॉफी उत्पादन में 70 फीसदी योगदान वाले राज्य कर्नाटक में किसानों से खरीदी जाने वाली कॉफी की कीमतें जनवरी के बाद 20 से 22 फीसदी गिर गई हैं। अरेबिका की कीमतें 11,000 रुपये प्रति बैग (प्रत्येक बैग में 50 किलोग्राम) से घटकर 8,750 रुपये प्रति बैग पर आ गई हैं।
इससे कीमतों में 20 फीसदी गिरावट का पता चलता है। रोबस्टा की कीमतें दिसंबर और जनवरी में 3,500 रुपये प्रति बैग थीं, जो 20 फीसदी गिरकर 2,800 रुपये प्रति बैग पर आ गई हैं। दक्षिणी भारत के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में इस बार की फसल की कटाई चल रही है। (BS Hs Hindi)
इस समय अरेबिका बीन की कीमतें 125 सेंट प्रति पाउंड हैं, जो अक्टूबर 2014 में 180 सेंट प्रति पाउंड थीं। आईसीओ (अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन) के कंपोजिट सूचकांक पर 12 मार्च को पिछले करोबारी सत्र में कीमत 127.97 सेंट प्रति पाउंड रही, जो चालू महीने में सबसे कम कीमत है।
लंदन इंटरनैशनल फाइनैंशियल फ्यूचर्स ऐंड ऑप्शंस एक्सचेंज पर फंड और तकनीकी बिकवाली के चलते 12 मार्च को रोबस्टा कॉफी का वायदा गिरकर 13 महीने के निचले स्तर पर आ गया। कॉफी बोर्ड ने कहा कि लिफे का मई रोबस्टा कॉफी वायदा 52 डॉलर या 2.9 फीसदी गिरकर 1,768 डॉलर प्रति टन पर बंद हुआ, जो फरवरी 2014 के बाद सबसे निचला स्तर है।
कॉफी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, 'पिछले साल ब्राजील में लंबे समय तक सूखे से यह धारणा पैदा हुई कि वहां वर्ष 2015-16 में उत्पादन कम रहेगा। हालांकि जनवरी और फरवरी में वहां अच्छी बारिश से परिदृश्य बदल गया है और ब्राजील में उम्मीद से बेहतर उत्पादन रहने की संभावना है। इससे हर जगह कीमतों में गिरावट आई हैं।'
ब्राजील में मौसम की स्थितियों में सुधार आने से बिकवाली का दबाव बढ़ा है। देश के कॉफी उत्पादन में 70 फीसदी योगदान वाले राज्य कर्नाटक में किसानों से खरीदी जाने वाली कॉफी की कीमतें जनवरी के बाद 20 से 22 फीसदी गिर गई हैं। अरेबिका की कीमतें 11,000 रुपये प्रति बैग (प्रत्येक बैग में 50 किलोग्राम) से घटकर 8,750 रुपये प्रति बैग पर आ गई हैं।
इससे कीमतों में 20 फीसदी गिरावट का पता चलता है। रोबस्टा की कीमतें दिसंबर और जनवरी में 3,500 रुपये प्रति बैग थीं, जो 20 फीसदी गिरकर 2,800 रुपये प्रति बैग पर आ गई हैं। दक्षिणी भारत के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में इस बार की फसल की कटाई चल रही है। (BS Hs Hindi)
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