भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कल देर रात सोने का आयात करने वाले बैंकों
को निर्देश जारी किया कि वे कंसाइन्मेंट (आयातित माल की बिक्री के बाद
भुगतान) आधार पर आयातित सोने की बिक्री आभूषण विनिर्माताओं को सीधे न करें।
लेकिन इसे शीघ्र पलटते हुए आज केंद्रीय बैंक ने आयातकों को भेजे दूसरे
ई-मेल में कहा, 'कल भेजे गए ई-मेल को वापस ले लिया गया है।' यह 18 फरवरी को
जारी सर्कुलर की स्थिति कायम करता है, जिसमें बैंकों को कंसाइन्मेंट आधार
पर सोने के आयात और ज्वैलरों को स्वर्ण धातु ऋण देने की मंजूरी दी गई है।
आरबीआई के अपने निर्णय पर शीघ्र पलटने की कई हलकों में आलोचना की जा रही है, क्योंकि कंसाइन्मेंट आधार पर आयात और इसकी बिक्री जारी रहेगी और चालू महीने में आयात 90 टन के आसपास रहेगा। अगर आरबीआई कल आयातकों को जारी ई-मेल की स्थिति बरकरार रखता तो आयात इतना अधिक नहीं बढ़ता। कल आयातकों को भेजे गए ई-मेल से सोने के आयात पर अंकुश लगने की संभावना थी।
केंद्रीय बैंक ने 18 फरवरी को बैंकों को कंसाइन्मेंट आधार पर सोने का आयात करने की मंजूरी दी थी और उन्हें ज्वैलरों को स्वर्ण धातु ऋण मुहैया कराने की भी स्वीकृति दी थी। हालांकि यह पाया गया कि बैंक कंसाइन्मेंट आधार पर सोने का आयात कर रहे थे और ज्वैलरों से पूरा भुगतान लेकर इसकी बिक्री कर रहे थे। इससे आयात बढ़ा है, क्योंकि ज्वैलर स्टॉक करने के लिए सोने की खरीदारी कर रहे थे। बैंक कंसाइन्मेंट आधार पर आयातित सोने का इस्तेमाल आभूषण विनिर्माताओं को स्वर्ण धातु ऋण मुहैया कराने में भी कर रहे थे।
बजट में सोने पर आयात शुल्क में कटौती की उम्मीद पूरी नहीं होने और आभूषण विनिर्माताओं के पास स्टॉक खत्म होने के बाद मार्च में आयात बढ़ा है और यह 90 टन तक रहने का अनुमान है। एक ज्वैलर ने कहा, हाल में आरबीआई द्वारा आयातक बैंकों को ई-मेल के जरिये जारी किए गए निर्देश से आयात का प्रवाह घटता। फरवरी में सोने का कुल आयात 52 रहने का अनुमान है।
जीएफएमएस थॉमसन रॉयटर्स के वरिष्ठ विश्लेषक (कीमती धातुएं) सुधीश नांबियथ ने कहा, 'फरवरी, 2015 में भारत ने 52.59 टन सोने का आयात किया, जो पिछले साल फरवरी में 32.75 टन था। आभूषणों के निर्यात, पदकों और सिक्कों के लिए शुल्कक् मुक्त आयात 12.67 टन रहा। फरवरी में भारत को 10.59 टन सोने का निर्यात कर स्विटजरलैंड अपना दबदबा बनाए हुए है।' अमेरिका के शून्य ब्याज दर की नीति खत्म करने की संभावना से स्वर्ण बाजार पर दबाव बना हुआ है। अमेरिका में फेडरल रिजर्व की बैठक चल रही है और इसमें ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा होने की संभावना है। मुंबई के जवेरी बाजार में आज सोना 26,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। BS Hindi
आरबीआई के अपने निर्णय पर शीघ्र पलटने की कई हलकों में आलोचना की जा रही है, क्योंकि कंसाइन्मेंट आधार पर आयात और इसकी बिक्री जारी रहेगी और चालू महीने में आयात 90 टन के आसपास रहेगा। अगर आरबीआई कल आयातकों को जारी ई-मेल की स्थिति बरकरार रखता तो आयात इतना अधिक नहीं बढ़ता। कल आयातकों को भेजे गए ई-मेल से सोने के आयात पर अंकुश लगने की संभावना थी।
केंद्रीय बैंक ने 18 फरवरी को बैंकों को कंसाइन्मेंट आधार पर सोने का आयात करने की मंजूरी दी थी और उन्हें ज्वैलरों को स्वर्ण धातु ऋण मुहैया कराने की भी स्वीकृति दी थी। हालांकि यह पाया गया कि बैंक कंसाइन्मेंट आधार पर सोने का आयात कर रहे थे और ज्वैलरों से पूरा भुगतान लेकर इसकी बिक्री कर रहे थे। इससे आयात बढ़ा है, क्योंकि ज्वैलर स्टॉक करने के लिए सोने की खरीदारी कर रहे थे। बैंक कंसाइन्मेंट आधार पर आयातित सोने का इस्तेमाल आभूषण विनिर्माताओं को स्वर्ण धातु ऋण मुहैया कराने में भी कर रहे थे।
बजट में सोने पर आयात शुल्क में कटौती की उम्मीद पूरी नहीं होने और आभूषण विनिर्माताओं के पास स्टॉक खत्म होने के बाद मार्च में आयात बढ़ा है और यह 90 टन तक रहने का अनुमान है। एक ज्वैलर ने कहा, हाल में आरबीआई द्वारा आयातक बैंकों को ई-मेल के जरिये जारी किए गए निर्देश से आयात का प्रवाह घटता। फरवरी में सोने का कुल आयात 52 रहने का अनुमान है।
जीएफएमएस थॉमसन रॉयटर्स के वरिष्ठ विश्लेषक (कीमती धातुएं) सुधीश नांबियथ ने कहा, 'फरवरी, 2015 में भारत ने 52.59 टन सोने का आयात किया, जो पिछले साल फरवरी में 32.75 टन था। आभूषणों के निर्यात, पदकों और सिक्कों के लिए शुल्कक् मुक्त आयात 12.67 टन रहा। फरवरी में भारत को 10.59 टन सोने का निर्यात कर स्विटजरलैंड अपना दबदबा बनाए हुए है।' अमेरिका के शून्य ब्याज दर की नीति खत्म करने की संभावना से स्वर्ण बाजार पर दबाव बना हुआ है। अमेरिका में फेडरल रिजर्व की बैठक चल रही है और इसमें ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा होने की संभावना है। मुंबई के जवेरी बाजार में आज सोना 26,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। BS Hindi
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