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30 मार्च 2015

उत्तर प्रदेष में 31 चीनी मिलें कर चुकी है गन्ने की पेराई बंद


आर एस राणा
नई दिल्ली। चीनी की कीमतें कम होने के कारण मिलें समय से पहले ही पेराई बंद करने लगी है। उत्तर प्रदेष में चालू गन्ना पेराई सीजन-2014-15 (अक्टूबर से सितंबर) में अभी तक 31 चीनी मिलें पेराई बंद कर चुकी है जबकि अभी इन क्षेत्रों में गन्ना काफी मात्रा में खड़ा हुआ है। इसका असर गन्ना किसानों पर पड़ रहा है, मिलें बंद होने की स्थिति में किसानों को कोल्हू संचालकों को कम कीमत पर गन्ना बेचने की मजबूरी बन गई है।
यूपी षुगर मिल्स एसोसिषन (यूपीएसएमए) के एक वरिश्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू सीजन में चीनी के दाम एक्स पैक्ट्ी घटकर 2,450 से 2,550 रूपये प्रति क्विंटल रह गए है जिससे चीनी मिलों को घाटा उठाना पड़ रहा है। इसलिए राज्य में चीनी मिलें समय से पहले ही पेराई बंद कर रही है। राज्य में अभी तक 31 चीनी मिलें पेराई बंद कर चुकी हैं। बंद हो चुकी मिलों में मध्य यूपी की 15 मिलें, ईस्ट यूपी की 13 और वेस्ट यूपी की 3 मिलों में पेराई बंद हो चुकी है। चालू सीजन में राज्य में 118 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी। सहारनपुर के चीनी के थोक कारोबारी संजय गुप्ता ने बताया कि जिन क्षेत्रों में चीनी मिलों ने गन्ने की पेराई बंद की है वहां अभी काफी मात्रा में गन्ना बचा हुआ है। मिलें बंद होने से किसान गन्ने की बिकवाली कोल्हू संचालकों को कम भाव पर करने को मजबूर है।
यूपीएसएमए के अनुसार गन्ने में रिकवरी की दर ज्यादा आने से चालू सीजन में राज्य में 61.17 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 55.31 लाख टन से 10.60 फीसदी ज्यादा है। चालू पेराई सीजन में गन्ने में औसतन 9.47 फीसदी की रिकवरी आ रही है जबकि पिछले पेराई सीजन में 9.18 फीसदी की रिकवरी की दर आई थी।
उत्तर प्रदेष की चीनी मिलों पर चालू पेराई सीजन में किसानों का 5,467.10 करोड़ रूप्ये का बकाया हो चुका है। चीनी के दाम कम होने के कारण बकाया की राषि आगामी दिनों में और भी बढ़ने की आषंका है।....आर एस राणा

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