उत्पादन, निर्यात और आयात आलकलन हेतु सीएबी की बैठक 31 मार्च को
आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कार्पोरेषन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने चालू फसल सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अभी तक 86 लाख लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद की है। घरेलू बाजार में कपास की कीमतों में सुधार आया है इसलिए सीसीआई बिकवाली धीमी गति से ही करती रहेगी। चालू सीजन में कपास की पैदावार, निर्यात और आयात की समीक्षा के लिए कॉटन एडवाईजरी बोर्ड (सीएबी) ने 31 मार्च को बैठक अधिकारियों की बुलाई है।
सीसीआई के एक वरिश्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू सीजन में निगम अभी तक एमएसपी पर 86 लाख गांठ कपास की खरीद कर चुकी है। उत्पादक राज्यों में कपास की कीमतों में सुधार आया है इसलिए निगम की खरीद की गति भी पहले की तुलना में कम हुई है। उन्होंने बताया कि घरेलू मंडियों में कपास के दामों में सुधार बना रहे, इसलिए निगम बिकवाली भी सीमित मात्रा में ही करेती रहेगी। उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक भी घटकर 80 से 90 हजार गांठ की रह गई है।
नार्थ इंडिया कॉटन एसोसिषन के अध्यक्ष राकेष राठी ने बताया कि उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक घटी है जबकि विष्व बाजार में भाव सुधरने से निर्यात पड़ते भी लग रहे है हालांकि निर्यात मांग कमजोर ही है। अहमदाबाद में षंकर-6 किस्म की कपास के भाव मंगलवार को 31,800 से 32,200 रूपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) हो गए। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में सीसीआई की बिक्री के आधार पर ही मार्किट में तेजी-मंदी आयेगी। विष्व बाजार में कॉटन के दाम सुधरकर 70-71 सेंट प्रति पाउंड चल रहे हैं।
कॉटन एडवाईजरी बोर्ड के एक वरिश्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू सीजन में कपास की पैदावार, निर्यात और आयात के अनुमान के आंकलन के लिए 31 मार्च 2015 को बैठक बुलाई है। इसमें चालू सीजन में पैदावार के सही आंकड़ो का पता चलेगा। कॉटन एसोसिएषन ऑफ इंडिया (सीएआई) के अग्रिम अनुमान के अनुसार पहली अक्टूबर-2014 से षुरू हुए चालू फसल सीजन में देष में 397 लाख गांठ कपास उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 407 लाख गांठ से कम है।.......आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें