05 दिसंबर 2009
गेहूं उत्पादन गत वर्ष से भी ज्यादा होगा
चालू रबी सीजन में गेहूं की बुवाई का एरिया बढ़ गया है लेकिन तिलहन और मोटे अनाजों की बुवाई पिछड़ रही है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक देश में गेहूं की बुवाई 167.36 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब पांच लाख हैक्टेयर ज्यादा है। कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि गेहूं का उत्पादन पिछले साल के 805 लाख टन से बढ़ने की संभावना है। तिलहनों की बुवाई अभी तक करीब 4.81 लाख हैक्टेयर और मोटे अनाजों की 5.2 लाख हैक्टेयर कम क्षेत्रफल में हुई है।प्रतिकूल मौसम से खरीफ सीजन में तिलहनों की पैदावार में आई कमी की भरपाई सरकार रबी में करना चाहती है। लेकिन कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई आंकड़ों के मुताबिक अभी तक तिलहनों की मात्र 77.23 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 82.04 लाख हैक्टेयर में हुई थी। तिलहनों की प्रमुख फसल सरसों की बुवाई मात्र 60.50 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 62.29 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। इसी तरह से सूरजमुखी की बुवाई भी मात्र 6.29 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 8.86 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। रबी मूंगफली की बुवाई अभी तक 2.95 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 3.41 लाख हैक्टेयर से कम है। प्रतिकूल मौसम से खरीफ में भी तिलहनों की पैदावार घटी थी। कृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के मुताबिक खरीफ में तिलहनों का उत्पादन 152.3 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2008-09 में 178.8 लाख टन का उत्पादन हुआ था। मोटे अनाजों में ज्वार की बुवाई भी पिछले साल के 47.22 लाख हैक्टेयर के मुकाबले घटकर 42.08 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। रबी मक्का की बुवाई 5 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 5.23 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। जौ की बुवाई 5.42 लाख हैक्टेयर के मुकाबले बढ़कर 5.64 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। रबी सीजन के धान की रोपाई 2.47 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल के 1.68 लाख हैक्टेयर से ज्यादा है। रबी दलहनों की कुल बुवाई अभी तक 105.09 लाख हैक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल के 99.60 लाख हैक्टेयर से ज्यादा है। रबी दलहन की प्रमुख फसल चने की बुवाई 66.39 लाख हैक्टेयर के मुकाबले बढ़कर 69.85 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। पवार ने राज्यसभा में बताया कि इस साल गेहूं का उत्पादन पिछले साल से भी ज्यादा रहने की उम्मीद है। पिछले सीजन में भी देश में 805.8 लाख टन का रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन हुआ था। उन्होंने कहा कि देश की खाद्य सुरक्षा दुरुस्त रखने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। पवार ने कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में गेहूं की बुवाई का रकबा बढ़ने की खबर आई है। इस हिसाब से इस साल देश में गेहूं का उत्पादन 820 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि धान का उत्पादन प्रभावित हो सकता है क्योंकि इसकी बुवाई का एरिया खराब मानसून के जलते 56 लाख टन घट गया था। धान उत्पादन का लक्ष्य पूरा होना मुश्किल होगा। (बिज़नस भास्कर...आर अस राणा)
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