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03 दिसंबर 2009

उप्र की चीनी मिलों ने गन्ने खरीद का मूल्य बढ़ाया

नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों ने किसानों से गन्ना पानी स्पर्धा के बीच गन्ने का खरीद मूल्य 10 रुपये बढ़ाकर 200 से 205 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है।पहले मिलों ने सामान्य गन्ने के लिए 190 रुपये और जल्दी पकने वाले गन्ने के लिए 195 रुपये क्विंटल की पेशकश की थी।चीनी मिलों को कीमत को लेकर महीने भर से अधिक समय से चला रहा गतिरोध खत्म होने और इस भाव पर गन्ने की आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद है।यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सी।बी. पटौदिया ने बताया कि हमने कीमत 10 रुपये तक बढ़ाने का निर्णय किया है क्योंकि किसान हमें गन्ने की आपूर्ति करने के बजाय खांडसारी और गुड़ बनाने वालों को गन्ना बेच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य यूपी में मिलों ने एक महीने से भी कम समय में तीसरी बार गन्ने का खरीद मूल्य बढ़ाया है। इस तरह से मिलों ने राज्य द्वारा सुझाए गए 165.170 रुपये के :एसएपी: से 35 रुपए अधिक है।पटौदिया ने कहा कि अब हम गन्ने की आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कल तक राज्य में 90 में 84 निजी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है। राज्य में कुल 132 चीनी मिले चालू हालत में हैं। राज्य में चीनी उत्पादन के बारे में पटौदिया ने कहा कि यूपी में पिछले साल की तुलना में रिकवरी (एक क्विंटल गन्ने से पैदा चीनी की मात्रा) कम है। हालांकि, उत्पादन में गिरावट आएगी, इसका अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी। उल्लेखनीय है कि सितंबर को समाप्त हुए 2008.09 सीजन में यूपी में चीनी उत्पादन करीब 41 लाख टन रहा।भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह टिकैत की अगुवाई में यूपी के गन्ना किसानों ने कल कहा कि वे 200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से नीचे मिलों को गन्ना नहीं बेचेंगे। किसानों ने यूपी में उचित मूल्य न मिलने की हालत में अन्य राज्यों में गन्ना बेचने की चेतावनी दी। (सहारा समय)

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