03 दिसंबर 2009
अरहर दाल जल्द ही सस्ती होने की आशा
चालू महीने के आखिर तक उपभोक्ताओं को अरहर की आसमान छूती कीमतों से राहत मिलने की आशा है। फुटकर में अरहर दाल के दाम फिलहाल 89-90 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। कर्नाटक में अरहर की नई फसल की आवक शुरू हो गई है। वहीं, 15 दिसंबर के बाद महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश की मंडियों में भी नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। नई फसल को देखते हुए स्टॉकिस्टों की बिकवाली बढ़ने और मिलों की मांग घटने से अरहर की कीमतों में पिछले पंद्रह दिनों में 400-500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है।ग्लोबल दाल इंडस्ट्रीज के प्रोपराइटर चंद्रशेखर एस. नादर ने बिजनेस भास्कर को बताया कि कर्नाटक की मंडियों में नई अरहर की आवक शुरू हो गई है। नए माल अभी नमी युक्त हैं, लेकिन उम्मीद है कि चालू महीने के मध्य तक सूखे माल की आवक शुरू हो जाएगी। इस दौरान महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश की मंडियों में भी नई फसल आ जाएगी। ऐसे में इसकी कीमतों में 500-600 रुपये प्रति क्विंटल की और गिरावट आ सकती है। चालू सीजन में महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में अरहर के उत्पादन में 15-20 फीसदी की बढ़ोतरी होने की आशा है। अरहर के कुल उत्पादन में कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से ज्यादा है।दलहन आयातक संतोष उपाध्याय ने बताया कि मुंबई में म्यांमार की लेमन अरहर के दाम घटकर 5000 रुपये और दिल्ली में 5200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं।वहीं, गत 18 नवंबर को मुंबई में भाव 5575 रुपये और दिल्ली में 5800 रुपये प्रति क्विंटल थे। इस दौरान गुलबर्गा मंडी में भी भाव 5425 रुपये से घटकर 5100 रुपये, लातूर में 5500 रुपये से घटकर 5050 रुपये और जलगांव में 5600 रुपये से घटकर 5100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। म्यांमार में नई फसल की आवक जनवरी-फरवरी में होगी तथा मार्च में शिपमेंट शुरू हो जाएगी। म्यांमार में भी अरहर का उत्पादन करीब 20 फीसदी बढ़ने की संभावना है। घरेलू के साथ-साथ म्यांमार की नई फसल के कारण आयातक म्यांमार से नए आयात सौदे भी नहीं कर रहे हैं।दलहन व्यापारी बिजेंद्र गोयल ने बताया कि अरहर की नई फसल को देखते हुए स्टॉकिस्टों की बिकवाली बढ़ गई है जिससे कीमतों में गिरावट को बल मिल रहा है। फुटकर बाजार में अरहर दाल के दाम फिलहाल 89-90 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं, जबकि एक साल पहले भाव 48-50 रुपये प्रति किलो ही थे। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी अग्रिम अनुमान के मुताबिक अरहर का उत्पादन इस साल 24.7 लाख टन होने की संभावना है, जबकि वर्ष 2008-09 में 23.1 लाख टन का उत्पादन हुआ था। (बिज़नस भास्कर...आर अस राणा)
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