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09 सितंबर 2009

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना साल भर के रेकॉर्ड स्तर पर

मुंबई : अंतरराष्ट्रीय बाजार में मंगलवार को सोने की कीमत साल भर में सबसे ज्यादा हो गई। कारोबार के दौरान विदेशी बाजार में सोने का हाजिर भाव 1,006 डॉलर प्रति औंस (एक औंस में 31.130 ग्राम) चल रहा था, इससे पहले यह 1,007.70 डॉलर प्रति औंस तक भी गया था। यह पिछले साल मार्च की रेकॉर्ड ऊंचाई 1,032 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा नीचे नहीं है। जानकारों और ज्वैलर्स का कहना है कि सोना आगे रिकॉर्ड ऊंचाई की ओर कदम बढ़ा सकता है। सोने की ऊंची कीमत से घरेलू बाजार में इसकी बिक्री पर असर पड़ने को लेकर इंडस्ट्री की अलग-अलग राय है। देश से सबसे ज्यादा सोने की ज्वैलरी और उससे बने प्रोडक्ट्स का निर्यात करने वाली कंपनी राजेश एक्सपोर्ट्स के चेयरमैन राजेश मेहता का कहना है कि ऊंची कीमतों की वजह से त्योहारों से दौरान इसकी मांग में पिछले साल के मुकाबले 30-40 फीसदी की कमी आ सकती है। वहीं गीतांजलि जेम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर मेहुल चोकसी का दावा है कि जब तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 1,200 डॉलर से ऊपर नहीं जाती, घरेलू बाजार में मांग पर असर नहीं पड़ेगा। मेहता का कहना है, 'पिछले दो हफ्ते में सोने की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 941 डॉलर प्रति औंस से बढ़कर 1006 डॉलर प्रति औंस हो गई है। ऐसा लगता है कि आने वाली कुछ तिमाहियों में घरेलू बाजार में इसके दाम 13,500 डॉलर से 16,500 डॉलर प्रति औंस के बीच रहेंगे।' उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, उससे घरेलू रीटेल बाजार में इसकी मांग पिछले साल के मुकाबले 30-40 फीसदी तक कम हो सकती है। हालांकि चोकसी के मुताबिक, आने वाले त्योहारी और शादियों के सीजन में ऊंची कीमतों का इसकी मांग पर असर नहीं पड़ेगा। उनका कहना है कि लोग कीमतों के और बढ़ने की आशंका की वजह से सोने की ज्यादा खरीदारी करेंगे। जावेरी बाजार के ज्वैलर कुमार जैन का कहना है कि जेवर बनाने में 22 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल होता है। हफ्ते भर में 22 कैरेट गोल्ड की कीमत में 500 रुपए प्रति दस ग्राम का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 14,800 रुपए प्रति दस ग्राम हो गई है। कुमार जैन का कहना है कि इस लिहाज से एक ग्राम सोने के दाम में सिर्फ 50 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में इससे रीटेल बिक्री पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इस बीच जानकारों का कहना है कि आने वाले वक्त में सोने की कीमतें और बढ़ेंगी। हालांकि वह सोने पर लॉन्ग टर्म में दांव लगाने की सलाह नहीं दे रहे हैं। एंजेल कमोडिटीज के अमर सिंह ने बताया कि दुनिया भर में महंगाई बढ़ने की आशंका के चलते सोने के दाम बढ़े हैं। आथिर्क मंदी की वजह से दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की थी। इससे सिस्टम में लिक्विडिटी यानी पैसा काफी बढ़ गया है। इसी वजह से दुनिया को एक बार फिर महंगाई बढ़ने की चिंता सता रही है। ऐसी सूरत में सोने की खरीदारी बढ़ रही है, जिसे महंगाई के खिलाफ हेजिंग का सबसे बेहतर माध्यम माना जाता है। पिछले कुछ दिनों में डॉलर के मुकाबले यूरो की मजबूती के चलते हेज फंड और ईटीएफ ने सोने में निवेश बढ़ाया है। सिंह के मुताबिक, शॉर्ट टर्म में सोने के अक्टूबर वायदा में 15,730-15,750 रुपए के बीच निवेश किया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने 15,630 रुपए का स्टॉप लॉस बताया है। अगले कुछ दिनों में सिंह ने अक्टूबर वायदा का लक्ष्य 15,900 रुपए बताया है। मुंबई में मंगलवार को सोने की कीमत रिकॉर्ड 15,875 रुपए प्रति दस ग्राम रही। यह सोमवार के मुकाबले एक फीसदी ज्यादा है। (इत हिन्दी)

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