मुंबई: सोने में निवेश को लेकर निवेशकों की रुचि में इजाफा हो रहा है। इसका बड़ा प्रमाण मार्च के बाद से देश के तीन गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की होल्डिंग का बढ़ना है। इस दौरान वैश्विक इक्विटी बाजारों में तेजी के बावजूद निवेशकों ने सोने में निवेश जारी रखा। सोना और इक्विटी के बीच नकारात्मक संबंध होने के बावजूद निवेशक अपने पोर्टफोलियो में सोने को शामिल करना पसंद कर रहे हैं। देश के सबसे बड़े ईटीएफ बेंचमार्क गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग इस वर्ष मार्च से अगस्त के बीच 389 किलोग्राम बढ़कर 2।3 टन की हो गई। इससे पहले अगस्त, 2008 से मार्च, 2009 के बीच होल्डिंग में 262 किलोग्राम की गिरावट आई थी। इसी तरह का चलन कोटक गोल्ड ईटीएफ में भी देखा गया है।
इसकी होल्डिंग मार्च से अगस्त के बीच 341 किलोग्राम से बढ़कर 362 किलोग्राम हो गई। इसी तरह क्वांटम गोल्ड फंड की होल्डिंग में इसी अवधि के दौरान 15 किलोग्राम का इजाफा हुआ और यह 52 किलोग्राम से 67 किलोग्राम पर पहुंच गई। बाजार के जानकारों के अनुसार यह इस बात का प्रमाण है संपत्ति आवंटन में लोग सोने को तरजीह दे रहे हैं और पिछले तीन महीनों में यह चलन बढ़ा है। ऐसे निवेशकों में छोटे और बड़े दोनों निवेशक शामिल हैं। निवेशक इक्विटी में अपना जोखिम कम करने के लिए सोने को पोर्टफोलियो में शामिल कर रहे हैं। जून के बाद से सेंसेक्स 14,840 अंकों से चढ़कर 16,000 अंकों के स्तर पर पहुंच गया है और निवेशकों को यह लगने लगा है कि बाजार का मूल्यांकन काफी बढ़ चुका है और इसमें जोखिम भी बढ़ गया है। कोटक म्यूचुअल फंड की हेड (फिक्स्ड इनकम प्रोडक्ट), लक्ष्मी अय्यर ने बताया, 'मई में उद्योग की बिक्री अधिक नहीं थी लेकिन जून के बाद से इसमें लगातार इजाफा हो रहा है। निवेशकों को लग रहा है कि इक्विटी में तेजी का बुलबुला दोबारा फूट सकता है और इसी वजह से वे सोने में निवेश को बढ़ा रहे हैं। इसके नतीजे में गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग भी बढ़ रही है।' जिओजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख (रिसर्च), एलेक्स मैथ्यू का कहना है, 'ईटीएफ के जरिए निवेशकों को सोने में निवेश का एक आसान जरिया मिलता है। सोने की भौतिक रूप में खरीदारी के साथ कुछ जोखिम जुड़े होते हैं जो ईटीएफ में नहीं होते। जिन लोगों ने अगस्त की शुरुआत में गोल्ड ईटीएफ की यूनिट खरीदी थी, उन्हें काफी फायदा हुआ है।' गोल्ड ईटीएफ में निवेश का तरीका शेयर खरीदने जैसा है। निवेशक डीमैट खाते के जरिए ईटीएफ में धन लगा सकते हैं। ईटीएफ में जो निवेश होता है उसके बदले में सोना खरीदा जाता है। इन फंडों का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों पर निर्भर करता है। भारत में इस समय बेंचमार्क, कोटक, रिलायंस, क्वांटम, एसबीआई और यूटीआई के छह ईटीएफ मौजूद हैं। बहुत से अन्य फंड हाउस भी गोल्ड ईटीएफ लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। (इत हिन्दी)
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