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12 सितंबर 2009

देश में 4.7 करोड़ टन अनाज स्टॉक खपत के लिए पर्याप्त

भारत में अगस्त के अंत तक 4.70 करोड़ टन खाद्यान्न का भंडार है। यह भंडार पिछले माह जुलाई के स्टॉक से करीब 30 लाख टन कम है। उधर सरकारी एजेंसियों ने 5.84 करोड़ टन नए अनाज की खरीद की है। खाद्यान्न के स्टॉक में कमी आने की वजह है कि गेहूं का सीजन खत्म हो चुका है और चावल की भी नई फसल इस महीने के अंत तक शुरू होगी। दूसरी ओर सरकार की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लिए अनाज का उठान जारी है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार देश में अगस्त के अंत में 1.72 करोड़ टन चावल और 3 करोड़ टन गेहूं का भंडार था। इसमें आधा भंडार भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के पास करीब 2.36 करोड़ टन है। जुलाई के अंत में 5.04 करोड़ टन अनाज का देश में भंडार था। अधिकारी के अनुसार यह भंडार एक अरब से ज्यादा आबादी के भोजन के लिए तीन माह के लिए पर्याप्त होगा। अगस्त में स्टॉक करीब 30 लाख टन कम होना सामान्य बात है। अभी देश के पास अनाज का भंडार बफर स्टॉक के मानक से काफी ज्यादा है।एक अक्टूबर के अंत तक देश में 1.62 करोड़ टन अनाज का बफर स्टॉक रहना अनिवार्य है। वर्ष 2008-09 के दौरान भारत में 21.9 करोड़ टन अनाज की खपत रही थी। अनाज का भारी स्टॉक होने का कारण एफसीआई द्वारा गेहूं व चावल की रिकार्ड खरीद रही है। अनाज खरीद और वितरण के लिए नोडल एजेंसी एफसीआई ने पिछली गर्मियों में खत्म हुए सीजन में 2.52 करोड़ टन गेहूं की खरीद की। पिछले सीजन में चावल की खरीद 3.31 करोड़ टन रही थी। देश में पर्याप्त अनाज उपलब्ध होने के कारण सरकार हल्के मानसून की स्थिति से निपटने के लिए आश्वस्त दिखाई देती है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पिछले माह कहा था कि देश में पर्याप्त अनाज है और किसी को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा। खाद्य व कृषि मंत्री शरद पवार ने भी कहा है कि देश में पीडीएस के जरिये वितरण के लिए 13 महीने का स्टॉक है। (बिज़नस भास्कर)

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