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14 सितंबर 2009

पीडीएस को 20 फीसदी हिस्सा देंगी मिलें

नई दिल्ली । त्यौहारों के मद्देनजर सरकार किसानों को एक अक्टूबर से अपने उत्पादन में से देय मात्रा को दोगुना कर 20 प्रतिशत करने का निर्देश दे सकती है ताकि इसे राशन की दुकानों के जरिए ब्रिकी के लिए उपलब्ध कराया जा सके। सरकारी सूत्रों ने बताया कि इस माह के शुरू में खाद्य मामलों के मंत्रियों के अघिकार प्राप्त समूह ने शक्कर मिलों के लेवी शक्कर का कोटा (राशन की दुकानों के जरिए आपूर्ति की जाने वाली शक्कर) को एक अक्टूबर से उनके उत्पादन का 10 प्रतिशत भाग से 20 प्रतिशत करने का फैसला किया है। मौजूदा समय में मिलों को अपने उत्पादन का 10 प्रतिशत हिस्सा सरकार को 13।22 रूपए प्रति किग्रा की दर से राशन दुकानों के लिए बेचना होता है। पिछले सप्ताह सरकार ने यह भी कहा था कि वह त्यौहारों के मद्देनजर सितम्बर अथवा अक्टूबर के दौरान कार्डधारकों के लिए बगैर कीमत बढ़ाए राशन दुकानों के माध्यम से गरीबों के लिए दो किलो अतिरिक्त शक्कर बिक्री के लिए उपलब्ध करवाएगी।अघिकारी ने बताया कि यह फैसला खाद्य एवं कृçष्ा मंत्री शरद पवार की शक्कर उद्योग के शीष्ाü अघिकारियों के साथ हुई बैठक में लिया गया था। इस बैठक में शक्कर मिलें अपने उत्पादन का 20 प्रतिशत हिस्सा पीडीएस के तहत होने वाले वितरण के लिए प्रदान करने को सहमत हुई थीं जिसे तकनीकी तौर पर लेवी शक्कर कहा जाता है।लेकिन शक्कर मिलों ने शक्कर की कीमत में वृद्घि की मांग की थी। हालांकि केन्द्र सरकार ने कहा है कि वह मिलों से खरीदे जाने वाली शक्कर के लिए अघिक भुगतान करने का फैसला किया है लेकिन इस बारे में उसके द्वारा अभी भी अघिसूचना जारी की जानी है। उसने कहा है कि फिलहाल, किसी भी हालत में राशन कार्ड धारकों के लिए शक्कर की कीमतें नहीं बढ़ाई जाएंगी। (पत्रिका)

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