मुंबई: तांबा, एल्युमीनियम, निकल, जिंक और लेड जैसे बेस मेटल की कीमत में पिछले पांच कारोबारी सत्रों में 10 से 20 फीसदी का उछाल आया है। जानकारों की राय में इसकी वजह आर्थिक स्थितियों में मिल रहे सुधार के संकेत और प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की कीमत में गिरावट है। विश्लेषकों का मानना है कि भाव में यह तेजी जारी रह सकती है और वे निवेशकों को हर गिरावट पर खरीदारी करने का सुझाव दे रहे हैं। डॉलर इस साल करेंसी बास्केट के मुकाबले अपने निचले स्तर पर आ गया है। इससे डॉलर में होने वाला कारोबार दूसरे देशों की मुद्रा के मुकाबले सस्ता पड़ रहा है। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में निकल के भाव में 20 फीसदी का उछाल आया है। बुधवार को एलएमएई में इसका भाव 19,700 डॉलर प्रति टन के स्तर पर चल रहा था।
दौरान एल्युमीनियम 13.5 फीसदी तेज होकर 2,040 डॉलर प्रति टन और तांबा 13.7 फीसदी चढ़कर 6,140 डॉलर प्रति टन के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह, एलएमई में जिंक 15 फीसदी चढ़कर 1,885 डॉलर और लेड 11 फीसदी बढ़कर 1935 रुपए प्रति टन के स्तर पर पहुंच गया है। इधर, एमसीएक्स में निकल अगस्त का भाव 18 फीसदी चढ़कर 936 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। एल्युमीनियम और तांबा का भाव 11 फीसदी बढ़कर 96 रुपए और 292 रुपए प्रति किलोग्राम से स्तर पर आ गया है। आनंद राठी कमोडिटीज के नवनीत दमानी के मुताबिक, तांबे का भाव एलएमई में 6400 डॉलर प्रति टन और एमसीएक्स में 301 रुपए प्रति किलो पर जा सकता है। इनके अलावा, एलएमएई में निकल का भाव 20,500 डॉलर प्रति टन और एमसीएक्स में 975 रुपए प्रति किलोग्राम हो सकता है। इसी तरह एलएमई में अल्युमीनियम का भाव 2200 डॉलर प्रति टन और एमसीएक्स में 104 रुपए प्रति किलो तक जा सकता है। दमानी का कहना है, 'बाजार में तेजी के सेंटीमेंट बने हुए हैं और बेस मेटल करेक्शन के संकेत मिलने से पहले इन स्तरों तक जा सकते हैं।' एमके कमोडिटीज के अतुल शाह कहते हैं, कि मौजूदा स्तरों पर बेस मेटल में जरूरत से ज्यादा खरीदारी नजर आ रही है। इसमें किसी भी तरह के करेक्शन को खरीदारी के मौके की तरह लिया जा सकता है। एडमिसी कमोडिटीज के देवज्योति चटर्जी के मुताबिक चीन की मजबूत मांग से तांबे का भाव जुलाई में 15 फीसदी और इस साल 80 फीसदी चढ़ चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में चीन की खरीदारी में तेजी की रफ्तार थमने और एलएमई में तांबे और अल्युमीनियम मेटल का स्टॉक लगातार बढ़ने की आशंका है। इसके बावजूद वैश्विक शेयर बाजार में तेजी, डॉलर में कमजोरी से मेटल को सहारा मिल सकता है। चटर्जी के हिसाब से, एलएमई में तांबे का भाव 5,900 से 6,700 डॉलर प्रति टन रह सकता है जबकि एल्युमीनियम की कीमत आने वाले समय में तेज उछाल के साथ 2400 डॉलर प्रति टन का आंकड़ा छू सकती है। (ET Hindi)
06 अगस्त 2009
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