06 अगस्त 2009
रॉ शुगर 28 साल का रिकार्ड तोड़ने को तैयार
अंतरराष्ट्रीय बाजार में रॉ शुगर के भाव बढ़कर 28 साल के उच्चतम स्तर को पार सकते हैं। भारत से मजबूत मांग निकलने और ब्राजील में उत्पादन प्रभावित होने की संभावना से चीनी में लगातार तेजी का दौर पिछले तीन दिन से दिखाई दे रहा है।आईसीई एक्सचेंज में रॉ शुगर फ्यूचर के भाव 19.55 सेंट प्रति पाउंड के उच्च स्तर पर पहुंच गए। उधर लंदन के लिफ्फे एक्सचेंज में चीनी (व्हाइट शुगर) के भाव 514.6 डॉलर प्रति टन के भाव पर पहुंच गई। चीनी के सबसे बड़े उत्पादक अमेरिका में एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि चीनी के भाव पहले ही बहुत ऊपर जा चुके हैं। अभी भी इसमें तेजी बनी हुई है। प्रमुख उत्पादक राज्य ब्राजील में गन्ने की पैदावार घटने का अंदेशा है। इसके अलावा भारत से जोरदार मांग निकलने की संभावना है। मार्गन स्टेनले के कमोडिटी रिसर्च प्रमुख हुसैन अलीदिना समेत कुछ विश्लेषकों का अनुमान है कि रॉ शुगर के दाम 28 साल के रिकार्ड 19.73 सेंट प्रति पाउंड को पार कर सकते हैं। लंदन के एक व्यापारी ने कहा कि चीनी वायदा में फंडामेंटल मजबूत हैं और इसके पीछे फंड काफी सक्रिय हैं। दूसरी ओर भारत में उम्मीद की जा रही है कि प्राइवेट चीनी मिलें और सरकारी कंपनियां चालू फसल वर्ष 2008-09 के दौरान सितंबर तक सात लाख टन तैयार चीनी का आयात कर सकती है। खाद्य मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि इससे देश के घरेलू बाजारों में चीनी की कमी की भरपाई करने में मदद मिलेगी। चालू वर्ष में चीनी का उत्पादन कम रहने के कारण भाव बढ़ते देखकर सरकार ने पिछले सप्ताह ड्यूटी फ्री चीनी आयात करने की निजी कंपनियों को भी अनुमति दे दी। सरकार को चिंता इस बात से है कि अभी चीनी के दाम इतने बढ़ चुके हैं। सितंबर से नवंबर के दौरान हिंदू त्यौहार आने पर चीनी की खपत बढ़ जाएगी। उस समय चीनी के दाम और बढ़ सकते हैं।सरकार ने पहले सरकारी कंपनियों को दस लाख ड्यूटी फ्री चीनी आयात करने की अनुमति दी थी। अप्रैल से लेकर अब तक एक लाख टन चीनी का आयात किया जा चुका है। इस अधिकारी अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सितंबर के अंत तक छह लाख टन चीनी और आयात होने की संभावना है। इसके अलावा निजी चीनी मिलों ने एक लाख रॉ शुगर आयात करने के लिए भी सौदे किए हैं। यह चीनी अगस्त के मध्य तक देश में आ जाएगी। उद्योग के अनुमान के अनुसार सितंबर के अंत तक 30 लाख टन रॉ शुगर आयात हो सकती है। इसमें से 20 लाख टन के लिए पहले ही आयात सौदे हो चुके हैं। सरकार ने देश में चीनी की सुलभता बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र की कंपनियों को तैयार चीनी आयात करने की अनुमति पिछले सप्ताह ही दी है। यह पहला मौका है जब निजी कंपनियों को तैयार चीनी आयात की अनुमति दी गई है। देश में चीनी की कमी के चलते पिछले छह माह में चीनी के दाम करीब 40 फीसदी बढ़ चुके हैं। (Business Bhaskar)
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