07 अगस्त 2009
बासमती का निर्यात मूल्य घटाने पर विचार
केंद्र सरकार बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात (एमईपी) को 1100 डॉलर से घटाकर 750 डॉलर प्रति टन तय करने पर विचार कर सकती है। विश्व बाजार में भारत की हिस्सेदारी बरकरार रखने के लिए सरकार यह कदम उठाने पर विचार कर रही है। वाणिज्य मंत्रालय ने उद्योग की अपील पर बासमती का एमईपी घटाने की सिफारिश की है। उद्योग का तर्क है कि देश में बासमती चावल की खपत बहुत सीमित है। ऐसे में एमईपी घटाना आवश्यक है। मौजूदा एमईपी विश्व बाजार में प्रतिस्पर्धी नहीं है। इससे विश्व बाजार में के प्रतिस्पर्धी पाकिस्तान के हाथों भारत अपना बाजार खो रहा है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2007 में बासमती का एमईपी 1200 डॉलर प्रति टन तय किया था। उस समय अनाजों की महंगाई को काबू में रखने के लिए यह कदम उठाया गया था। इसके बाद दो बंपर फसलों में स्टॉक काफी बढ़ जाने पर इस साल जनवरी में एमईपी 100 डॉलर प्रति टन घटाकर 1100 डॉलर प्रति टन तय किया गया। पिछले 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में भारत से 15 लाख टन बासमती चावल का निर्यात किया गया। (Business Bhaskar)
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