07 अगस्त 2009
आईसीई में रॉ शुगर पहुंची 28 साल की ऊंचाई पर
विश्व बाजार में रॉ शुगर वायदा के भाव गुरुवार को 28 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। आईसीई एक्सचेंज में रॉ शुगर वायदा भाव 19.82 सेंट प्रति पाउंड हो गया। डीलरों का कहना है कि यह उठान भारत से अच्छी मांग निकलने की संभावना और ब्राजील में उत्पादन कम रहने के अनुमान से आ रहा है। लंदन के लिफ्फे एक्सचेंज में व्हाइट शुगर यानी चीनी का वायदा कारोबार रिकॉर्ड बनाते हुए प्रति टन 519.10 डॉलर पर पहुंच गया। डीलरों ने कहा कि मैक्सिको द्वारा रिफाइंड चीनी की भारी मांग के कारण से ऐसा उठान आया है। दुनिया में चीनी के सबसे बड़े उपभोक्ता राष्ट्र भारत में कम चीनी उत्पादन होने की संभावना के कारण जबर्दस्त मांग पैदा हो सकती है। इसी संभावना के कारण रॉ शुगर का वायदा कारोबार नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। डीलरों ने बताया कि मैक्सिको सरकार ने 2009 में चार लाख टन चीनी आयात करने का कोटा निर्धारित किया है। उल्लेखनीय है कि मैक्सिकन शुगर इंडस्ट्री चैंबर ने बुधवार को बताया था कि मैक्सिको में खराब मौसम के कारण कच्चे माल की कमी हो गई है।सरकार ने चीनी की कमी की भरपाई करने के लिए यह कोटा निश्चित किया है। इधर, मुबंई के वाशी थोक बाजार में स्टॉकिस्टों और खुदरा व्यापारियों द्वारा चीनी की जबर्दस्त मांग जारी रही। इस भारी मांग के पीछे डीलरों का कहना है कि चीनी मिलों से बिकवाली कम हो गई है। इससे एम ग्रेड चीनी 20 से 30 रुपये मजबूत होकर 2,650 से 2,680 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गई। इसके पहले इसकी कीमत 2,620 से 2,660 रुपये प्रति क्विंटल थी। एम ग्रेड चीनी की कीमतों में भी 10 से 35 रुपये प्रति क्विंटल का उछाल आया। इससे इसकी कीमत 2,710 से 2,795 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 2,720 से 2,830 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। (Business Bhaskar)
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