06 मार्च 2009
डॉलर मजबूत होने से मेंथा के निर्यात में आई तेजी, भाव तेज
निर्यातकों की मांग बढ़ने से मेंथा तेल में पिछले दस दिनों में करीब छह फीसदी की तेजी आ चुकी है। रुपये के मुकाबले डॉलर में आई भारी तेजी से निर्यातकों को पड़ते लगने शुरू हो गए हैं। उत्पादक क्षेत्रों में किसानों ने मेंथा की बुवाई का काम शुरू कर दिया है। किसान बुवाई में व्यस्त होने के कारण उत्पादक मंडियों में आवक सीमित मात्रा में हो रही है। ऐसे में मौजूदा भावों में और भी 10 से 15 रुपये प्रति किलो की तेजी आ सकती है।एसेंशिएल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जुगल किशोर ने बिजनेस भास्कर को बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड के भाव 14 से 14.50 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) चल रहे हैं। रुपये के मुकाबले डॉलर में आई तेजी से निर्यातकों को फायदा मिला है, जिससे वे ज्यादा प्रतिस्पर्धी मूल्य पर निर्यात करने की स्थिति में हैं। इन भावों पर अमेरिका, यूरोप और चीन की मांग बढ़ी है। अत: निर्यातकों की मांग से घरेलू बाजारों में मेंथा तेल की कीमतों में तेजी देखी जा रही है।उत्तर प्रदेश मेंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया कि उत्पादक क्षेत्रों में किसानों ने मेंथा की बुवाई का काम शुरू कर दिया है। हालांकि अभी बुवाई का कार्य शुरूआती चरण में है लेकिन होली के बाद बुवाई में तेजी आ सकती है। पिछले साल किसानों को फसल के अच्छे दाम मिले थे लेकिन मौसम खराब होने से फसल को नुकसान हुआ था। चालू वर्ष में मेंथा की बुवाई पिछले वर्ष के बराबर ही होने की संभावना है। पिछले वर्ष बुवाई क्षेत्रफल में तो बढ़ोतरी हुई थी लेकिन कटाई के समय उत्पादक क्षेत्रों में बारिश होने से फसल को नुकसान हुआ था। जिससे जुलाई महीने में उत्पादक मंडियों में भाव काफी तेज हो गए थे। एक जुलाई 2008 को चंदौसी मंडी में मेंथा तेल के भाव 570 रुपये प्रति किलो थे जबकि 15 जुलाई को इसके भाव बढ़कर 850 रुपये प्रति किलो हो गए थे। संभल के मेंथा व्यापारी अनुराग रस्तोगी ने बताया कि बुवाई में व्यस्त होने के कारण किसानों की बिकवाली कम आ रही है जबकि तेजी को देखते हुए स्टॉकिस्ट भी जरूरत के हिसाब से ही माल बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि होली के बाद बुवाई में तेजी आने से आवक कम ही रहेंगी। अत: निर्यातकों की मांग जारी रहने से मौजूदा भावों में और भी 10 से 15 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ सकती है। प्रमुख उत्पादक मंडियों संभल, चंदौसी और बाराबंकी में मेंथा तेल की दैनिक आवक 250 से 300 ड्रमों (एक ड्रम 180 किलो) की ही हो रही है। पिछले दस दिनों में उत्पादक मंडियों में इसकी कीमतों में करीब 35 रुपये की तेजी आकर भाव 590 रुपये प्रति किलो हो गए। मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जनवरी तक देश से क्रिस्टल बोल्ड का निर्यात 15,500 टन का हुआ है जोकि पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले कम है। पिछले साल इस दौरान क्रिस्टल बोल्ड का निर्यात 18,295 टन का हुआ था। (Business Bhaskar....R S Rana)
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