मुंबई March 23, 2009
वैश्विक वित्तीय संकट को हल करने के लिए कोशिशें जारी हैं। वित्तीय अस्थिरता के बीच सोने की कीमतें एक निश्चित सीमा के बीच गोते लगाती रहीं।
बीते सप्ताह में जी-20 के नेता बर्लिन में एकत्र हुए और उन्होंने अर्थव्यवस्था में छाई सुस्ती को दूर करने के लिए उचित कदम उठाने के बारे में चर्चा की, जिससे पूरी दुनिया प्रभावित है।
वैश्विक बाजार में इसके परिणामस्वरूप सोने की कीमतें 900 डॉलर प्रति औंस के करीब रहीं और इससे तालमेल बिठाते हुए भारतीय बाजार में कीमतें 15,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास रहीं। बहरहाल फेडरल रिजर्व द्वारा 300 अरब डॉलर बाजार में उतारने की घोषणा के बाद अमेरिकी मुद्रा के तुलनात्मक रूप से कमजोर होने के संकेत मिले। इससे सोने में लाभ मिला।
एक विश्लेषक का कहना है कि औद्योगिक जिंसों के मजबूत होने की वजह से सोने को समर्थन मिल सकता है और भविष्य में भी सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं। एंजल ब्रोकिंग के कमोडिटी प्रमुख नवीन माथुर का क हना है कि अगले सप्ताह में सोने की कीमतों में कोई बड़ा फेरबदल होने की उम्मीद नहीं है।
बहरहाल, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) धनतेरस के बाद सबसे बड़ी खरीद वाले मौसम अक्षय तृतीया को देखते हुए सोने की खरीद बढाने के लिए विभिन्न रणनीति बना रहा है। बाजार को 15,660 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बेहतर समर्थन नहीं मिला, जिसके चलते कीमतों में मामूली कमी की उम्मीद की जा रही है और इसे 15,310 रुपये प्रति 10 ग्राम पर थोड़ा समर्थन मिल सकता है, उसके बाद 15,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर मजबूत समर्थन मिलने के आसार हैं।
लेकिन इस कीमती धातु की कीमतों में बढ़त जारी है, इसलिए यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि 1032 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद 1000 डॉलर प्रति औंस पर प्रारंभिक समर्थन मिल सकता है।
अगर इसे रुपये के हिसाब से देखें तो यह 15,860 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आता है। लेकिन मुनाफावसूली इस स्तर पर तेज हो सकती है, जिससे कीमतें गिर सकती हैं। यह गिरावट विदेशों में 920 डॉलर प्रति औंस तथा घरेलू बाजार में 16,000 से नीचे किसी स्तर पर आ सकती है।
पिछले सप्ताह सोने की कीमतें 15,303 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुलीं और इसमें तेजी से गिरावट के बाद 14,640 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बेहतरीन समर्थन मिला। बाद में कीमतों में तेज बढ़ोतरी हुई और यह 15,581 रुपये प्रति 10 ग्राम तक चली गई। अंत में 191 रुपये के मुनाफे के साथ सोना 15,501 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह के दौरान चांदी की कीमतें 22,850 रुपये प्रति किलोग्राम के प्रतिरोध को लांघने में सफल नहीं हुईं। इसकी कीमतों में सुधार होकर 22,300 रुपये प्रति किलोग्राम होने की उम्मीद है और बाद में यह 21,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच सकता है। इसमें 22,850-22,950 रुपये प्रति किलोग्राम पर थोड़ी स्थिरता देखी जा सकती है।
पिछले सप्ताह की शुरुआत में चांदी 22,250 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुली इसमें तेज गिरावट आई लेकिन 20435 रुपये प्रति किलोग्राम पर मजबूत समर्थन मिला। बाद में कीमतों में सुधार आया और यह 22,870 रुपये प्रति किलो के उच्च स्तर पर पहुंच गई। हालांकि सप्ताह के अंत में यह 467 रुपये की बढ़त के साथ 22,737 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। (BS Hindi)
23 मार्च 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें