बेंगलुरु March 28, 2009
मौजूदा चीनी के सीजन (अक्टूबर 2008-सितंबर 2009) के दौरान गन्ने की जबरदस्त कमी का सामना करना पड़ रहा है।
चीनी मिलों ने कर्नाटक में गहन गन्ना विकास कार्यक्र म लॉन्च किया है ताकि इस साल अक्टूबर में अगले गन्ने के सीजन की शुरूआत में पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
उद्योग ने मौजूदा वर्ष में 1.6 करोड़ टन गन्ने का अनुमान लगाया है और इसमें पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी तक की कमी आई थी। उद्योग के सूत्रों का कहना है कि राज्य के कुछ हिस्सों में यह कमी लगभग 70 फीसदी तक है।
साउथ इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (एसआईएसएमए) ने अगले चीनी सीजन तक स्थिति के सुधार की कोशिश के तहत यह फैसला लिया है कि अगले साल से इसकी सदस्य फैक्टरियों पर कुछ कड़े उपाय लागू किए जाएं ताकि सभी तक गन्ने की पर्याप्त और सुचारू आपूर्ति हो सके।
चीनी मिलों को भी गन्ने की अग्रिम पेराई न करने के लिए कहा गया है। उत्तरी कर्नाटक में पेराई नवंबर के महीने से शुरू होगी और दक्षिण में सितंबर से शुरू होगा। सभी सदस्य फैक्टरियों को इस बाबत लिखित कड़े दिशानिर्देश भेज दिए गए हैं।
एसआईएसएमए के एक अधिकारी का कहना है, 'मौजूदा साल में बेहतरीन गन्ने की आपूर्ति में कमी की एक बड़ी वजह राज्य के कई मिलों द्वारा कराई जाने वाली अग्रिम पेराई है।' (BS Hindi)
28 मार्च 2009
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