19 मार्च 2009
निर्यातकों की मांग घटने से मेंथा तेल में गिरावट
क्रिस्टल बोल्ड की निर्यात मांग घटने की वजह से मेंथा तेल पिछले दो-तीन दिनों के दौरान करीब 25 रुपये प्रति किलो सस्ता हो गया। इसका भाव घटकर 595 रुपये प्रति किलो रह गया। घरेलू बाजार में ऊंचे भाव पर स्टॉकिस्टों की बिकवाली का दबाव होने से भी गिरावट को बल मिला है। बिकवाली का दबाव जारी रहा तो और भी गिरावट आ सकती है।एसेंशिएल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जुगल किशोर ने बिजनेस भास्कर को बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड के भाव 14 से 15 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) चल रहे हैं। उधर घरेलू बाजार में मेंथा तेल के भाव बढ़कर 625 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे। घरेलू बाजार में भावों में आई तेजी से निर्यातकों की मांग कमजोर पड़ गई। इसलिए पिछले दो दिनों में चंदौसी मंडी में मेंथा तेल की कीमतों में 25 रुपये की गिरावट आकर भाव 595 रुपये प्रति किलो रह गए। उत्तर प्रदेश मेंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया कि उत्पादक क्षेत्रों में मेंथा की रोपाई का 60 से 70 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। अब चूंकि उत्पादक क्षेत्रों चंदौसी, संभल, रामपुर और बाराबंकी में गर्मी पड़नी शुरू हो गई है इसलिए रोपाई की गति धीमी पड़ जाएगी। गर्मी में मेंथा की फसल को पानी की ज्यादा आवश्यकता पड़ती है। पिछले साल किसानों को फसल की अच्छी कीमतें मिली थी इसलिए चालू वर्ष में मेंथा की रोपाई पिछले वर्ष के बराबर ही होने की संभावना है। संभल के मेंथा व्यापारी अनुराग रस्तोगी ने बताया कि भावों में आई तेजी से स्टॉकिस्टों और किसानों ने बिकवाली बढ़ा दी है जिससे भावों में गिरावट को बल मिला है। मेंथा की प्रमुख उत्पादक मंडियों संभल, चंदौसी और बाराबंकी में मेंथा तेल की दैनिक आवक 250-300 ड्रमों से बढ़कर 350-400 ड्रमों (एक ड्रम 180 किलो) की हो गई है। अगर बिकवाली का दबाव जारी रहता है तो फिर मेंथा तेल के मौजूदा भावों में और भी 15 से 20 रुपये प्रति किलो की गिरावट आ सकती है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर मेंथा तेल के वायदा भाव में पिछले दो दिनों में करीब पांच फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को मई वायदा के भाव 539 रुपये प्रति किलो पर खुले तथा आठ रुपये की गिरावट आकर 531 रुपये प्रति किलो पर कारोबार करते देखा गया। मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जनवरी तक देश से क्रिस्टल बोल्ड का निर्यात 15,500 टन का हुआ है जोकि पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले कम है। पिछले साल में क्रिस्टल बोल्ड का निर्यात 18,295 टन का हुआ था। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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