26 मार्च 2009
रिटेल कंपनियों को उधारी में फल-सब्जियां बेचने से पीछे हटे व्यापारी
फल व सब्जी मंडी में आर्थिक संकट में फंसी रिटेल कंपनियों की साख बहुत खराब हो गई है। जिन व्यापारियों का पैसा इन कंपनियों पर फंस गया है या भुगतान पाने में मुश्किल पेश आई, उन व्यापारियों ने उधारी में माल देना बंद कर दिया है जबकि दूसरे व्यापारी भी काफी सोच-विचार करके ही कंपनियों को उधारी में माल दे रहे हैं।इन कारोबारियों का रिटेल कंपनी सुभिक्षा को उधार देने से काफी पैसा फंस चुका हैं। वहीं रिटेल कंपनियों का धंधा मंदा होने की वजह से सब्जी और फल कारोबारियों के व्यवसाय में भी कमी आई है। फल कारोबारी पपली सेठ ने बिजनेस भास्कर को बताया कि इन कंपनियों को उधार देने के कारण कारोबारियों का काफी पैसा डूब गया है। इन कंपनियों का धंधा भी मंदा चल रहा है। ऐसे में कंपनियों को उधार में फल देने से पैसा डूबने का खतरा रहता है। जिसकी वजह से कारोबारी इन कंपनियों को उधारी देने से परहेज कर रहे हैं। सब्जी कारोबारी पीएम शर्मा ने बताया कि मंदी के इस दौर में रिटेल कंपनियां कभी भी हाथ खड़े कर सकती हैं। ऐसे में इनको उधार देना काफी जोखिम भरा कदम साबित हो सकता है। जिसकी वजह से कारोबारी उधार देने से परहेज कर रहे हैं।सब्जी कारोबारी अमित कुमार बताते है कि रिटेल कंपनियों को उधार न मिलने की वजह से पहले की तुलना में खरीदारी भी कम कर दी है। जिसकी वजह से कारोबार में गिरावट आई है। उनका कहना है कि कारोबारियों का इन कंपनियों के पास उधारी का काफी पैसा बकाया है। जो पैसा मिला है वह भी कई किश्तों में मिल पाया हैं।एक अन्य कारोबारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सुभिक्षा और सिक्स टेन के पास करीब 97 लाख रुपये उधार हो गया था जिसमें से काफी मसशकत के बाद 30 लाख रुपया ही मिल पाया है। उनका कहना है कि समय पर पैसे का भुगतान न होने की वजह से इन कंपनियों को फल एवं सब्जी उधर देना अब फायदे का सौदा नहीं रहा।कारोबारियों के मुताबिक सुभिक्षा पर पैसा बकाया होने की वजह से अन्य कंपनियों को भी उधार पर सब्जी और फल देने से कारोबारी तौबा कर रहे हैं। सब्जी और फलों का रिटेल स्टोर करने वाली कंपनियों में रिलायंस फ्रेश, सुभिक्षा, स्पेंसर्स, बिग एप्पल और सिक्स-10 आदि शामिल हैं। शुभिक्षा ने आर्थिक संकट के चलते अपने कई स्टोर बंद कर दिए हैं। कारोबारियों का इस कंपनी के पास करोड़ों रुपये बकाया है। जिसकी वजह से कारोबारी इन कंपनियों सब्जी और फल कम मात्रा और कम समय के लिए उधार दे रहे हैं। (Business Bhaskar)
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