मुंबई March 14, 2009
वैश्विक आर्थिक मंदी का असर आभूषण क्षेत्र पर जोरदार ढंग से पड़ा है, क्योंकि लोगों की खरीदने की क्षमता कम हो गई है। इसका परिणाम यह हुआ है कि भारत का आभूषण निर्यात फरवरी महीने में 35 प्रतिशत गिर गया है।
जेम्स ऐंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के आंकड़ों के मुताबिक भारत के कुल निर्यात में 34.57 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह डॉलर के लिहाज से 12214.3 लाख डॉलर रह गया है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 18667.4 लाख डॉलर का निर्यात हुआ था।
रुपये में आई तेज गिरावट की वजह से रुपये के हिसाब से यह गिरावट 19.11 प्रतिशत की रही। इस साल 5911.74 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ जबकि जबकि पिछले साल की समान अवधि में 7308.30 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।
विनिर्मित सामान के निर्यात के मामले में भी स्थिति चिंताजनक है और इसमें डॉलर के हिसाब से फरवरी 2009 में 45.74 प्रतिशत की गिरावट आई है। रुपये के हिसाब से विनिर्मित आभूषणों के निर्यात में गिरावट 33.32 प्रतिशत की रही।
वैसे अप्रैल 2008 से फरवरी 2009 के बीच रत्न एवं आभूषण का निर्यात 17791.40 मिलियन डॉलर (79403 करोड़ रुपये) का रहा, जिसमें पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 4.62 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गई जबकि रुपये के हिसाब से 5.65 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है।
पिछले साल की समान अवधि में कुल निर्यात 18653.63 मिलियन डॉलर ( 75155 करोड़ रुपये) का रहा था। अप्रैल 2008 से फरवरी 2009 के बीच चालू सत्र में विनिर्मित आभूषणों के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 17.88 प्रतिशत की कमी आई है। रुपये के हिसाब से यह गिरावट चालू वित्त वर्ष में 9.40 प्रतिशत है।
तराशे और पालिश किए गए हीरों क ा निर्यात फरवरी माह में 872.92 मिलियन डॉलर (4224.94 करोड़ रुपये)का रहा, जिसमें पिछले साल की समान अवधि में 34.87 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई (रुपये के हिसाब से यह गिरावट 19.48 प्रतिशत है)। पिछले साल 1340.20 मिलियन डॉलर (5246.89 करोड़ रुपये) का निर्यात हुआ था।
अप्रैल से फरवरी के 11 महीनों के दौरान तराशे और पॉलिश किए गए हीरों का कुल निर्यात 11876.45 मिलियन डॉलर (53004.59 करोड़ रुपये) का रहा। पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इसमें डॉलर के हिसाब से 6.39 प्रतिशत और रुपये के हिसाब से 3.69 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
कच्चे हीरे का आयात 7249.39 मिलियन डॉलर (32839.73 करोड़ रुपये) का रहा। इसमें रुपये के हिसाब से 11.31 प्रतिशत और डॉलर के हिसाब से 20.12 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। (BS Hindi)
14 मार्च 2009
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