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18 मार्च 2009

एमएसपी पर खरीद न होने से कोपरा का दाम काफी नीचे

चुनावी आचार संहिता भले ही नारियल (कोपरा) उत्पादक किसानों को नुकसान न पहुंचा रही हो लेकिन इसका हौवा उन्हें जरूर परेशान कर रहा है। आचार संहिता के चलते उत्पादक राज्यों की सरकारें नियम-कायदों में इस कदर उलझी दिखाई दे रही हैं कि वे नारियल की 4460 रुपये प्रति क्विंटल पर न्यनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद का फैसला नहीं कर पा रही हैं। जिससे किसान इससे काफी कम मूल्य पर अपनी फसल बेचने को मजबूर हैं। उत्पादक मंडियों में नई सप्लाई पिछले करीब तीन सप्ताह से आ रही है।नारियल के दाम पिछले दो सप्ताह से एमएसपी से नीचे बने हुए हैं। उसके बावजूद राज्य सरकारों ने नारियल की खरीद के लिए नोडल एजेंसी नैफेड से इसकी खरीद के लिए प्रस्ताव नहीं दिया है। थोक मंडियों में नारियल के दाम 3800-3900 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर हैं। जबकि इस साल केंद्र सरकार ने नारियल का एमएसपी पिछले साल के मुकाबले 800 रुपये बढाकर 4450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। देश में नारियल का उत्पादन मुख्य रूप से केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में होता है। नैफेड के प्रबंध निदेशक यू. के. एस. चौहान ने बिजनेस भास्कर को बताया कि अभी तक नारियल उत्पादक राज्यों की ओर से उन्हें खरीद के लिए प्रस्ताव नहीं मिला है। राज्यों का प्रस्ताव मिलते ही इसकी खरीद शुरू हो जाएगी। नैफेड इसकी खरीद राज्य की एजेंसियों के माध्यम से करती है।चुनाव आचार संहिता लागू होने के चलते राज्य सरकारें इस बारे में कोई फैसला नहीं ले पा रही हैं। हालांकि इस पर किसी तरह की रोक नहीं है। नैफेड का अनुमान है कि सरकारी खरीद शुरू होने पर इस साल करीब एक लाख टन मिल कोपरा की खरीद करनी पड़ सकती है। साथ ही 25000 टन बाल कोपरा को खरीदने का अनुमान है। के. एस. लिमिटेड के निदेशक आनंद मेनन ने सस्ते दामों पर पाम तेल का आयात होने से भी नारियल की मंदी को बल मिला है। यदि सरकार ने जल्द ही इसकी खरीद शुरू नहीं की तो कीमतों में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है। सरकारी खरीद शुरू होने पर भाव बढ़ने की संभावना को देखते हुए व्यापारियों ने पुराना स्टॉक रोका लिया है। जिसे वे खरीद शुरू होने पर ही बेचना शुरू कर देंगे। देश में इस साल करीब 4.3 लाख टन नारियल के उत्पादन का अनुमान है। जबकि पिछले साल 4.1 लाख नारियल का उत्पादन हुआ था। विश्व में फिलीपींस और इंडोनेशिया में नारियल के प्रमुख उत्पादक देश है। पूरे विश्व का करीब 47 फीसदी नारियल का उत्पादन फिलीपींस में होता है। (Business Bhaskar)

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