17 मार्च 2009
भारत का चाय निर्यात सिर्फ दो फीसदी बढ़ने की संभावना
भारत से चाय के निर्यात में इस साल महज दो फीसदी ही इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। मुख्य रूप से रूस की मांग घटने की वजह से निर्यात की रफ्तार कम रह सकती है। चाय बोर्ड के अध्यक्ष बसुदेब बनर्जी ने बताया कि वैश्विक स्तर पर छाई मंदी का असर चाय के निर्यात पर भी देखने को मिल सकता है। रूस की ओर से इस साल मांग में कमी देखी जा सकती है। हालांकि उन्होंने कहा कि मिस्र, पाकिस्तान, ईरान और इराक से चाय की मांग बढ़ सकती है। ऐसे में भारत से इस साल करीब 20 करोड़ किलो चाय का निर्यात होने की संभावना जताई जा रही है। पिछले साल दस फीसदी इजाफे के साथ करीब 19.6 करोड़ किलो चाय का निर्यात हुआ था। पिछले साल के दौरान रूस को करीब छह करोड़ किलो चाय का निर्यात किया गया था कुल निर्यात का करीब 30 सदी था। इससे पहले बोर्ड ने इस साल सीटीसी चाय के निर्यात में करीब दस फीसदी की गिरावट आने की आशंका जताई थी। यहां मुख्य रूप से पाकिस्तान, मिस्र और ब्रिटेन में सीटीसी चाय का निर्यात होता है। जबकि प्रीमियम ऑथरेड़ॉक्स चाय का निर्यात मुख्य रूप से ईरान, इराक और रूस में होता है। इस बीच बोर्ड ने इस साल चाय के उत्पादन में भी मामूली बढ़त होने की संभावना जताई है। कई इलाकों में रिप्लांटिंग होने की वजह से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। (Business Bhaskar)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें