नई दिल्ली December 03, 2009
खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 21 नवंबर को समाप्त सप्ताह में बढ़कर 17.47 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
इस दौरान आलू की कीमतों में जोरदार बढ़ोतरी हुई। इसके पहले 14 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान यह दर 15.58 प्रतिशत थी। वर्ष 2008 के समान सप्ताह में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 10.75 प्रतिशत थी।
एचडीएफसी की अर्थशास्त्री ज्योतिंदर कौर ने कहा, 'सब्जियों, अंडों और मांस की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से महंगाई दर में बढ़ोतरी आई है, जो पिछले दो सप्ताह के दौरान तेजी से महंगे हुए हैं। वहीं खाद्यान्न की कीमतें कमोबेश स्थिर हैं। खाद्य पदार्थों की कीमतें तभी स्थिर होंगी, जब रबी की फसलों की आवक का समर्थन मिलने लगेगा।'
ईंधन की कीमतें पिछले साल की तुलना में दिसंबर 2008 से ही कम हैं। इसमें साप्ताहिक आधार पर 0.1 प्रतिशत की मामूली बढ़त दर्ज की गई है। विश्लेषकों का कहना है कि ईंधन की कीमतों की गति उतनी नहीं रही है, जितनी उन्होंने उम्मीद की थी। महंगाई दर में बढ़ोतरी हो रही है, इसे देखते हुए विश्लेषकों का मानना है कि जनवरी में मौद्रिक नीति में बदलाव हो सकता है।
कौर ने कहा, 'मेरा मानना है कि जनवरी में सीआरआर में बढ़ोतरी होगी। मौद्रिक नीति में जनवरी में मामूली फेरबदल होगा, लेकिन इसकी शुरुआत हो जाएगी।' प्राथमिक उपभोग की वस्तुओं की महंगाई दर, जिसमें गैर खाद्य पदार्थ शामिल हैं, 12.53 प्रतिशत पर करीब स्थिर रही, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 11.98 प्रतिशत था।
आलू की महंगाई दर 94।17 प्रतिशत रही, जबकि पिछले साल बढ़त 7.34 प्रतिशत थी। प्याज की कीमतों में भी 30.89 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। (बीएस हिन्दी)
04 दिसंबर 2009
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