नई दिल्ली December 02, 2009
उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों ने एक बार फिर गन्ने का दाम बढ़ा दिया है।
मिल मालिकों ने एक महीने के भीतर तीसरी बार ज्यादा दाम देते हुए किसानों को 200-205 रुपये प्रति क्विंटल देने का फैसला किया है। सरकार ने राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) 165-170 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
यूपी शुगर मिल्स एसोसिएशन (यूपीएसएमए) के अध्यक्ष सीबी पटौदिया ने कहा, 'हमने 10 रुपये प्रति क्विंटल (सामान्य किस्म के 190 रुपये प्रति क्विंटल और शुरुआती किस्म के 195 रुपये प्रति क्विंटल से) दाम बढ़ाने का फैसला किया है, क्योंकि किसान हमें गन्ने की आपूर्ति नहीं कर रहे हैं। वे खांडसारी और गुड़ इकाइयों को गन्ना दे रहे हैं।'
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर जिलों की मिलें पहले ही 200-205 रुपये प्रति क्विंटल के भाव गन्ने का भुगतान कर रही हैं। इसके चलते मिलों में कीमतों की जंग शुरू हो गई और यूपीएसएमए ने ऐसी स्थिति से बचने से लिए बैठक आहुत की थी।
पटौदिया ने कहा, 'अब हम उम्मीद कर रहे हैं कि गन्ने की आपूर्ति में सुधार आएगा।' उन्होंने कहा कि 90 में 84 मिलों ने मंगलवार से पेराई शुरू कर दी है। राज्य में कुल 132 मिलें चालू हालत में हैं। पिछले साल मिलों ने राज्य समर्थित मूल्य 140-145 रुपये प्रति क्विंटल के भाव गन्ने के दाम का भुगतान किया था।
बहलहाल चीनी की कीमतों में 100 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि सितंबर 2009 में समाप्त चीनी साल के दौरान उत्पादन में 43 प्रतिशत की कमी आई है। ऐसी स्थिति में किसान गन्ने के बेहतर दाम के लिए दबाव बनाए हुए हैं।
राज्य के किसानों के संगठन लगातार दबाव बनाए हुए हैं। महेंद्र सिंह टिकैत और वीएम सिंह ने 280 रुपये प्रति क्विटल के हिसाब से गन्ने के दाम के भुगतान की मांग की है और वे अपनी मांग पर अड़े हैं। उनका तर्क है कि चीनी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं, ऐसे में मांग अनुचित नहीं है।
किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए यूपीएसएमए गन्ने के राज्य समर्थित मूल्य पर 25 रुपये क्विंटल बोनस देने को तैयार हो गईं, फिर भी स्थिति यह है कि ज्यादातर मिलों को पेराई के लिए पर्याप्त गन्ना नहीं मिल रहा है।
उधर देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में उत्पादन हाल के अनुमानों से घटकर 160 लाख टन रहने का अनुमान है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष समीर सोमैया ने कहा कि 2009-10 में उत्पादन 160 लाख टन से कम हो सकता है, लेकिन यह पिछले साल के 15 लाख टन उत्पादन से ज्यादा ही रहेगा।
फिर बढ़े दाम
यूपीएसएमए ने गन्ने का दाम 200 और 205 रुपये प्रति क्विंटल देने का ऐलान किया190 और 195 रुपये प्रति क्विंटल पर नहीं मिल रहा था मिलों को पर्याप्त गन्नामेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर की मिलें पहले ही दे रही थीं 205 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का दामचीनी उद्योग को उम्मीद है कि अब मिलने लगेगा गन्ना (बीएस हिन्दी)
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