04 दिसंबर 2009
गन्ने का सबसे ज्यादा एसएपी उत्तराखंड मे
उत्तराखंड में राज्य सरकार ने वर्ष 2009-10 (अक्टूबर से सितंबर) पेराई सीजन के लिए गन्ने का सबसे ज्यादा राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) तय किया है। नए पेराई सीजन के लिए राज्य सरकार ने गन्ने का दाम 192 से 197 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। ये हरियाणा सरकार द्वारा तय किए गए एसएपी से 12 रुपये और उत्तर प्रदेश से करीब 30 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा है। एसएपी के अलावा किसानों को बोनस भी दिया जाएगा। राज्य के गन्ना मंत्री मदन कौशिक ने पत्रकारों को बताया कि गन्ने के एसएपी में पिछले साल के मुकाबले 33 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। पिछले साल राज्य सरकार ने गन्ने का राज्य परामर्श मूल्य 143 से 148 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था। गन्ने का एसएपी ज्यादा तय करने से गन्ना किसानों को प्रोत्साहन मिलेगा। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन के लिए राज्य सरकार ने गन्ने का एसएपी 162 से 170 रुपये, हरियाणा में 180-190 रुपये, बिहार में 162 रुपये, महाराष्ट्र में 165 रुपये और पंजाब में 175 से 180 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। राज्य सरकार ने मिल मालिकों से गन्ना किसानों को बोनस देने के लिए भी समझौता किया है। किसानों को रिकवरी के आधार पर बोनस दिया जाएगा। राज्य में दस चीनी मिलें हैं जिनमें से चार प्राइवेट और छह राज्य सरकार की है।ज्यादा चीनी आयात नहीं : पवारनई दिल्ली। कृषि व खाद्य मंत्री शरद पवार ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि चालू सीजन के दौरान 70 लाख टन चीनी आयात की आवश्यकता पड़ने की मीडिया रिपोर्ट ठीक नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चालू सीजन में 160 लाख टन चीनी का उत्पादन होने की संभावना है। इसके अलावा 24 लाख टन चीनी का पिछला स्टॉक बचा था और करीब 50 लाख टन रॉ शुगर पिछले सीजन में देश में आयात हो चुकी है। इस तरह 234 लाख टन चीनी उपलब्ध होगी जबकि देश में खपत 230 लाख टन चीनी की है। मीडिया में आंकलन आ रहा था कि 160 लाख टन चीनी के मुकाबले 230 लाख टन खपत होने के कारण 70 लाख टन चीनी का आयात करना होगा। पवार ने कहा कि इन रिपोर्टो में पिछले बकाया स्टॉक और पिछले सीजन में आयातित रॉ शुगर को नजरंदाज कर दिया गया। (बिज़नस भास्कर)
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