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14 दिसंबर 2009

कॉफी के लिए खुशगवार साल

बेंगलुरु December 13, 2009
इस साल देश का कॉफी निर्यात वजन और मूल्य दोनों लिहाज से बेहतर रहने का अनुमान है।
दूसरी ओर मौजूदा कॉफी वर्ष (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान दुनिया का कॉफी उत्पादन पिछले साल से 2 फीसदी घटकर 12.3 से 12.5 करोड़ बोरी (एक बोरी=60 किलोग्राम) रहने का अनुमान है। पिछले साल 12.81 करोड़ बोरी कॉफी का उत्पादन हुआ था।
अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन (आईसीओ) ने अपने अनुमान में बताया है कि कॉफी के बड़े उत्पादक देशों जैसे ब्राजील, वियतनाम और कोलंबिया में प्रतिकूल मौसम के चलते कुल वैश्विक उत्पादन में कमी होगी। आईसीओ ने हालांकि भारत के बारे में अच्छी फसल का अनुमान जताया है। इसके मुताबिक, इस साल देश का कॉफी उत्पादन 16 फीसदी बढ़कर करीब 3 लाख टन हो जाएगा।
देश में ज्यादा उत्पादन होने और दुनिया में कम उत्पादन के चलते मांग बढ़ने से इसके निर्यात में वृद्धि होगी। उद्योग सूत्रों ने बताया कि ऐसी स्थिति में भारतीय कॉफी को हर जगह बढ़िया दाम मिलेगा।
कॉफी बोर्ड में कृषि अर्थशास्त्री बाबू रेड्डी ने बताया, 'भारत लाभ की स्थिति में होगा। तुलनात्मक रूप में यहां बढ़िया उत्पादन होगा। इसलिए पिछले साल से ज्यादा निर्यात होना तय है। आपूर्ति की किल्लत के चलते पूरी दुनिया में कॉफी के दाम ऊंचे रहेंगे। इसलिए भारत को लाभ होगा।'
यहां कॉफी के मुख्य उत्पादक राज्य कर्नाटक में अक्टूबर-नवंबर में अच्छी बारिश हुई। हालांकि, यह बारिश उल्टा असर डालने के बजाय कीट-मकोड़ों को नियंत्रित कर फसल पकाने में मदद कर सकती है। कॉफी बोर्ड के चेयरमैन जी. वी. कृष्ण राव ने बताया कि इससे फसल की उम्मीदें बेहतर ही हुई है। वर्ष 2008-09 के दौरान देश में 2.62 लाख टन कॉफी का उत्पादन हुआ था।
कॉफी वर्ष 2009-10 के दौरान बोर्ड ने करीब 3.063 लाख टन कॉफी उत्पादन का अनुमान जताया है। इसमें अरबिका किस्म का हिस्सा 1.015 लाख टन और रोबस्टा का 2.047 टन हो सकता है। नई फसल जनवरी 2010 में बाजार में पहुंचने का अनुमान है।
बारिश के चलते फसल को वास्तव में कितना नुकसान पहुंचा, इसका पता जल्द ही चल जाएगा जब कॉफी बोर्ड मानसून बाद अनुमान जारी करेगा। माना जाता है कि उत्पादन में हुई कमी मामूली होगी। अरबिका किस्म को ज्यादा क्षति हो सकती है।
मंदी के चलते मौजूदा कैलेंडर वर्ष में भारत का कॉफी निर्यात प्रभावित हुआ। 1 जनवरी से 8 दिसबर 2009 के दौरान भारत ने साल भर पहले से करीब 16 फीसदी कम 1।78 लाख टन कॉफी का निर्यात किया। आईसीओ के मुताबिक, ब्राजील, वियतनाम और कोलंबिया में उत्पादन जहां घटेगा, वहीं एशिया, अफ्रीका और मध्य अमेरिका में बढ़ेगा। (बीएस हिन्दी)

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