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03 दिसंबर 2009

गन्ना मूल्य विवाद अब खत्म होने के आसार

उत्तर प्रदेश में गन्ना मूल्य पर चल रहा विवाद अब खत्म होता नजर आ रहा है। प्रदेश के किसान चीनी मिलों द्वारा घोषित 205 और 210 रुपये क्विटंल के भाव पर गन्ना बेचने को राजी हो गए हैं। इसी के साथ शामली में चल रहा उनका धरना भी खत्म हो गया है। इस बीच यूपी सरकार ने भी राज्य के सभी मंडलायुक्तों को निर्देश दिया है कि किसानों को एसएपी के अतिरिक्त प्रोत्साहन दिलवाने की कोशिश करें।
किसानों ने अपना आंदोलन चीनी मिलों की इस घोषणा के बाद खत्म किया है कि वे गन्ने का दाम 205-210 रुपये क्विंटल देंगी। इससे पहले मिलों ने 200-205 रुपये क्विंटल का भाव देने की घोषणा की थी, इसके बावजूद किसानों का आंदोलन जारी था। वे दो सौ रुपये से ज्यादा का भाव मांग रहे थे। उत्तराखंड और हरियाणा की चीनी मिलें गन्ने का भाव 200-225 रुपये क्विंटल तक दे रही हैं। इसलिए भी यूपी के किसान दो सौ से कम पर गन्ना बेचने को तैयार नहीं थे। इस वजह से राज्य की ज्यादातर मिलों में गन्ना पेराई का काम शुरू नहीं हो सका था।
उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने का राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) 162।50-170 रुपये घोषित कर रखा है। सरकार ने सभी मंडलायुक्तों से कहा है कि वे किसानों को एसएपी के अतिरिक्त सुविधाएं देने के लिए प्रयास करें। इस सिलसिले में आदेश भी जारी कर दिया गया है। भारतीय किसान यूनियन समेत कई संगठनों के नेताओं ने मुख्यमंत्री मायावती के प्रमुख सचिव नेतराम से मुलाकात कर मांगें रखीं। (बिज़नस भास्कर)

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